National Herald Case : सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने नेशनल हेराल्ड मामले में FIR दर्ज कर ली है. इसी बीच कांग्रेस ने मोदी-शाह पर हमलावर हो गई है.
National Herald Case : नेशनल हेराल्ड मामले में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. दोनों नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. इसी बीच कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि मोदी-शाह की जोड़ी पार्टी के टॉप लीडरशिप के खिलाफ बदले की राजनीति कर रही है. लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि नेशनल हेराल्ड का मामला पूरी तरह से फर्जी है और आखिर में जीत न्याय की होगी. कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि मोदी-शाह की जोड़ी ने INC के टॉप लीडरों को परेशान और डराने-धमाने के लिए एफआईआर दर्ज करवाई है.
ED की शिकायत पर DP ने FIR दर्ज की
जयराम रमेश ने कहा कि जो लोग डरे हुए होते हैं, वे खुद को इनसिक्योर और डरे हुआ फिल करते हैं. उनकी तरफ से यह टिप्पणी तब आई है जब दिल्ली पुलिस ने ED की शिकायत पर नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेताओं और दूसरे आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की. प्रवर्तन निदेशालय इस हाई प्रोफाइल केस में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की जांच कर रही है. इस मामले में सोनिया-राहुल पर आरोप है कि अपने फायदे के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल किया. ऑफशियल सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने 3 अक्टूबर को गांधी परिवार और सात अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी.
कई धाराओं में दिल्ली पुलिस ने किया केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने FIR में आईपीसी की धारा 120B (क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी), 403 (बेईमानी से प्रॉपर्टी का गलत इस्तेमाल), 406 (क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट के लिए सजा) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत आरोप लगाए हैं. FIR में गांधी परिवार, कांग्रेस नेता सुमन दुबे, सैम पित्रोदा, डोटेक्स मर्चेंडाइज लिमिटेड जैसी कंपनियों, डोटेक्स प्रमोटर सुनील भंडारी, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और कुछ अनजान लोगों के नाम शामिल हैं.
आपको बताते चलें कि अप्रैल में दिल्ली की एक कोर्ट में फाइल की गई ED चार्जशीट में भी इन एंटिटीज का नाम आरोपी के तौर पर है. कोर्ट ने अभी तक इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया है और अगली सुनवाई 16 दिसंबर को होनी है. कांग्रेस ने पहले इस जांच को छोटी-मोटी बदले की कार्रवाई कहा था और ED को बीजोपी का कोएलिएशन पार्टनर कहा था. फिलहाल के लिए नेशनल हेराल्ड केस में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की फाइल की गई चार्जशीट पर संज्ञान लेने का अपना ऑर्डर टाल दिया.
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