B Sudershan Reddy : I.N.D.I.A गठबंधन की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का एलान कर दिया गया है. गठबंधन ने बी सुदर्शन रेड्डी के नाम पर मुहर लगा दी है.
B Sudershan Reddy : NDA के बाद से अब विपक्ष ने भी उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर विपक्षी गठबंधन की हुई बैठक के बाद से ये फैसला लिया गया. ऐसे में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का एलान किया है. हालांकि, बैठक से पहले शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने कहा था कि इसे लेकर अभी चर्चा होगी. दोपहर 1 बजे तक इसे लेकर घोषणा कर दी जाएगी. यह दक्षिण से होगा या नहीं, यह बाद में पता चलेगा. हालांकि, अब इस बात की एलान कर दिया गया है.
मल्लिकार्जुन खरगे ने किया एलान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक खत्म होने के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए बी सुदर्शन रेड्डी के नाम की घोषणा की हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि बी. सुदर्शन रेड्डी भारत के सबसे प्रतिष्ठित न्यायविदों में से एक हैं. उनका एक लंबा और बेहद शानदार कानूनी करियर रहा है. इस दौरान वह आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में काम किया है. वह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के एक निरंतर और साहसी चैंपियन रहे हैं. जब आप उनके फैसलों को पढ़ेंगे तो मालूम चलेगा कि वह कितने सहज हैं.
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कौन हैं B Sudershan Reddy?
बता दें कि बी सुदर्शन रेड्डी का जन्म आंध्र प्रदेश के रंगा रेड्डी जिले के अकुला मायलारम गांव में 8 जुलाई, 1946 को हुआ था. वो भारत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश औ गोवा के पहले लोकायुक्त के पद पर रह चुके हैं. शुरुआती पढ़ाई को पूरा करने के बाद से आगे की पढ़ाई के लिए वह हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी से साल 1971 में लॉ की डिग्री हासिल की. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत सिविल और संवैधानिक मामलों की प्रैक्टिस से की और बाद में रेड्डी ने हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट के. प्रताप रेड्डी के साथ भी काम किया. इसके बाद से 8 अगस्त, 1988 को उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में गवर्नमेंट प्लीडर के पद को संभाला और वे केंद्र सरकार के एडिशन स्टैंडिंग काउंसल बने. इसके साथ ही वह साल 1993 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बने और उस्मानिया यूनिवर्सिटी के लीगल एडवाइजर भी रहे. इसके बाद से उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के एडिशनल जज पद को भी संभाला. साल 2005 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज नियुक्त हुए हैं. उसके बाद से साल 2007 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का एडिशनल जज नियुक्त किया गया है और रिटायर होने के बाद से बी सुदर्शन रेड्डी ने साल 2013 में उन्होंने गोवा के पहले लोकायुक्त के रूप में काम किया.
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