‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत मध्य प्रदेश के बालाघाट में 22 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया है. पुलिस इस ऑपरेशन के जरिए बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने का काम कर रही है.
Operation Muskan in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के बालाघाट में ‘ऑपरेशन मुस्कान’ को अंजाम दिया गया है. शनिवार, 24 मई 2024 को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लापता बच्चों का पता लगाने की पहल ‘ऑपरेशन मुस्कान’ के तहत पिछले 20 दिनों में मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल बालाघाट जिले में कुल 22 नाबालिग लड़कियों को उनके परिजनों से मिलाया गया है. अधिकारी ने बताया कि बालाघाट वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिला है.
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
बालाघाट के सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस नागेंद्र सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चला रहे हैं कि लापता लड़कियां तस्करी का शिकार न हों और माओवादियों के बहकावे में न आएं, जो पूरे देश में भारी जनशक्ति की कमी का सामना कर रहे हैं. हमने पुलिस स्टेशन स्तर पर विशेष टीमें बनाईं और लापता नाबालिग लड़कियों का पता लगाने के लिए अन्य राज्यों के साथ मिलकर काम किया.”नागेंद्र सिंह ने कहा कि लगातार प्रयासों, आधुनिक तकनीक और सूचना नेटवर्क की तैनाती के साथ-साथ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में निरंतर कड़ी मेहनत से कई परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है.
कहां-कहां मिलीं लड़कियां?
सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस नागेंद्र सिंह ने बताया, “ऑपरेशन मुस्कान के तहत पिछले 20 दिनों में बालाघाट पुलिस ने 22 नाबालिग लड़कियों को खोजकर उनके परिवारों से मिलवाया है इसमें केरल के इडुक्की से भरवेली पुलिस द्वारा 17 वर्षीय लड़की को बरामद करना भी शामिल है. शनिवार को उसे उसके परिवार से मिलवाया गया. पिछले सात दिनों में लालबर्रा पुलिस ने आंध्र प्रदेश के हैदराबाद से दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया, किरनापुर पुलिस ने इंदौर से एक नाबालिग लड़की को बरामद किया, चांगोटोला पुलिस ने पड़ोसी महाराष्ट्र के नागौर से एक लापता व्यक्ति को बरामद किया और कोतवाली पुलिस ने विदिशा में एक बच्चे को बरामद कर उसे उसके परिवारों से मिलवाया. बालाघाट पुलिस ऑपरेशन मुस्कान के तहत लापता बच्चों को बरामद करने और उन्हें उनके परिवारों से मिलवाने की प्रक्रिया जारी रखेगी.”
क्या है ऑपरेशन मुस्कान?
ऑपरेशन मुस्कान एक ऐसा पुलिस अभियान है जिसका उद्देश्य लापता बच्चों को खोजना, उन्हें बचाना और उनका पुनर्वास करना है. यह गृह मंत्रालय (MHA) की एक पहल है, जिसे राज्य पुलिस बल द्वारा लागू किया जाता है. यह अभियान विभिन्न राज्यों में, जैसे कि झारखंड, तेलंगाना, बिहार और मध्य प्रदेश में चलाया जाता है. ऑपरेशन मुस्कान के तहत, पुलिस गुमशुदा बच्चों को खोजने और उनके परिवारों से मिलाने के लिए कई गतिविधियों को अंजाम देती है, जैसे कि लापता बच्चों की सूचनाओं का संग्रह, साइबर सेल का उपयोग, और जागरूकता अभियान.
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