UP STF: स्पेशल टास्क फोर्स ने पश्चिम बंगाल ज्वेलरी डकैती का खुलासा करते हुए सोने और हीरे के आभूषणों के साथ 20 लाख रुपये नकद भी बरामद किया है.
UP STF: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को बड़ी सफलता मिली है. STF ने पिछले महीने पश्चिम बंगाल में एक आभूषण की दुकान में दिनदहाड़े हुई डकैती के सिलसिले में एक कुख्यात गैंगस्टर और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया है. STF ने सोने और हीरे के आभूषणों के साथ 20 लाख रुपये नकद भी बरामद किया है. एसटीएफ ने बुधवार को बताया कि जौनपुर जिले के केराकत थाना क्षेत्र के बेहड़ा गांव निवासी आदर्श सिंह बेहड़ा और वाराणसी जिले के चोलापुर थाना क्षेत्र के दानगंज गांव के सूरज सेठ को मंगलवार को आजमगढ़ के गंभीरपुर टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के पास से 20 लाख रुपये नकद, 12 हीरे की अंगूठियां, एक सोने की अंगूठी, एक हीरे की हार, दो मोबाइल फोन और एक नई रॉयल एनफील्ड बुलेट मोटरसाइकिल बरामद की गई. ये सभी लूट के पैसे से खरीदी गई थी.
सीसीटीवी और खुफिया जानकारी से मिला सुराग
एसटीएफ ने बताया कि गिरोह ने दुकान के कर्मचारियों और ग्राहकों के साथ मारपीट की. इसके बाद असलहे के बल पर पांच से छह किलोग्राम सोना और हीरे के आभूषण लेकर फरार हो गए, जिनकी कुल कीमत लगभग सात करोड़ रुपये है. दानकुनी पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. जांच के दौरान यह सामने आया कि बिहार और उत्तर प्रदेश के पेशेवर अपराधी इसमें शामिल थे. चंदननगर पुलिस आयुक्त ने उत्तर प्रदेश एसटीएफ से सहायता मांगी और सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी साझा की. एसटीएफ वाराणसी इकाई को लूट, डकैती और हिंसक अपराधों के इतिहास वाले हिस्ट्रीशीटर बेहड़ा की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिली. एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ अधिकारियों ने उसे सेठ के साथ आजमगढ़ में खोज निकाला.
अन्य फरार सदस्यों को पकड़ने का प्रयास
पूछताछ से पता चला कि बेहड़ा वाराणसी के लंका इलाके में हैदराबाद गेट के पास एक किराए के कमरे में रह रहा था. यहीं पर वह बिहार के अपने साथियों के संपर्क में आया और पश्चिम बंगाल में एक कीमती आभूषण की दुकान को लूटने की योजना बनाई. 2 अगस्त को बेहड़ा बस से कोलकाता गया, जहां उसके साथियों ने उसका स्वागत किया. अगले दिन हथियारों और दो चोरी की मोटरसाइकिलों से लैस होकर गिरोह ने डकैती को अंजाम दिया. मोटरसाइकिलें छोड़ने के बाद वे एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) में रांची की ओर भाग गए और बाद में वाराणसी पहुंचने के लिए किसी अन्य वाहनों का सहारा लिया. एसटीएफ ने बताया कि लूटे गए आभूषणों को गिरोह के सदस्यों के बीच बांट दिया गया था और कुछ हिस्से वाराणसी और जौनपुर में अपने परिचितों को लाखों रुपये में बेचे गए थे. STF ने कहा कि आगे की जांच जारी है और गिरोह के अन्य फरार सदस्यों को पकड़ने के प्रयास हो रहे हैं. गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों को जौनपुर के केराकत थाने में रखा गया है. पश्चिम बंगाल पुलिस आगे की जांच के लिए आरोपियों को अपनी हिरासत में लेगी.
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