Barabanki Accident: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रामनगर के अगानपुर गांव के पास बुधवार रात पुल की रेलिंग तोड़ते हुए डंपर रेलवे ट्रैक पर जा गिरा.
Barabanki Accident: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में रामनगर के अगानपुर गांव के पास बुधवार रात पुल की रेलिंग तोड़ते हुए डंपर रेलवे ट्रैक पर जा गिरा. जिससे बगल से गुजर रही ट्रेन हादसे का शिकार होते-होते बची. डंपर के रेलवे ट्रैक पर गिरते ही इतना जोरदार धमाका हुआ कि आसपास के लोग दहल गए. हादसे के बाद ट्रेन यात्रियों की सांसें अटक गईं. गरीब रथ एक्सप्रेस लगभग दो घंटे तक फंसी रही. डंपर गिरने से रेलवे की ओवरहेड बिजली लाइन (OHE) पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. इससे बुढ़वल-गोंडा रेलमार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही तत्काल ठप हो गई. रेल अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि एक लोडेड डंपर ओवरब्रिज की रेलिंग तोड़कर बुढ़वाल जंक्शन के पास रेलवे ट्रैक पर लगभग 25 फीट नीचे गिर गया, जिससे चालक गंभीर रूप से घायल हो गया. ट्रैक पर ट्रेन की आवाजाही बाधित हो गई.
ओवरहेड बिजली के तार टूटे, बुढ़वल–गोंडा रेलमार्ग ठप
डंपर गिरने से रेल पटरियों पर ओवरहेड बिजली के तार टूट गए, जिससे अमृतसर-सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस अचानक रुक गई. यात्रियों ने बताया कि उन्होंने एक जोरदार धमाका सुना, जिससे लोको पायलट को आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े. पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि कोई भी ट्रेन यात्री घायल नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि प्लाईवुड से लदा डंपर पटरी पर गिर गया. चालक गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि केबिन काटकर डंपर चालक को बचाया गया और उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गए. मलबा हटाने और डंपर को पटरी से हटाने में लगभग दो घंटे लग गए, इस दौरान कई ट्रेनें आस-पास के स्टेशनों पर रुकी रहीं. रेल अधिकारियों ने बताया कि गरीब रथ एक्सप्रेस लगभग दो घंटे तक फंसी रही. बुढ़वल जंक्शन रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी रवि कुमार ने कहा कि क्षतिग्रस्त तारों की मरम्मत और पटरी साफ होने के बाद ही ट्रेनों का आवागमन बहाल हुआ. करीब दो घंटे के व्यवधान के बाद रेल सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हो गईं.
हादसे के समय हिल गई पूरी ट्रेन
हादसे के दौरान पास से गुजर रही गरीब रथ सुपर फास्ट एक्सप्रेस में सवार वाराणसी निवासी चमन सिंह ने हादसे की भयावहता बयां की. बताया कि डंपर के रेलवे ट्रैक पर गिरते ही जोरदार धमाका हुआ. लगा कि किसी ने ट्रेन को बम से उड़ा दिया. हादसे के समय पूरी ट्रेन भी हिल उठी थी. लगा कि ट्रेन पटरी से उतर गई है. उन्होंने बताया कि हमें लगा कि अब नहीं बचेंगे. डंपर गिरने से रेलवे की ओवरहेड बिजली लाइन (OHE) पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. इससे बुढ़वल-गोंडा रेलमार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही तत्काल ठप हो गई. बुढ़वल जंक्शन पर सीतापुर से आने वाली लाइन, गोरखपुर-बिहार जाने वाली मेन लाइन और बाराबंकी-लखनऊ की लाइनें जुड़ती हैं. इस मार्ग से पूरे दिन 150-170 ट्रेनें गुजरती हैं. ऐसे में ओएचई लाइन टूटने के बाद एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और पैसेंजर ट्रेनें को रोकना पड़ा. रूट डायवर्जन से सबसे अधिक दिक्कत सीतापुर रूट से आने वाली ट्रेनों को हुई. करीब 45 मिनट बाद चालक को डंपर काटकर गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया. डंपर चालक की पहचान गोंडा के करनैलगंज के मनिहारी गांव निवासी पंकज कुमार के रूप में हुई.
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