UP Accident: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में मंगलवार को भीषण हादसे में तीन यात्रियों की जान चली गई. हादसे पर मुख्यमंत्री योगी ने शोक जताया है.
UP Accident: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में मंगलवार को भीषण हादसे में तीन यात्रियों की जान चली गई. हादसे पर मुख्यमंत्री योगी ने शोक जताया है. उन्होंने घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया है. बलरामपुर-गोंडा मार्ग पर मंगलवार तड़के एक बस ने एक ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी. हादसे के बाद बस बिजली के खंभे से टकरा गई, जिससे बस में आग लग गई. दुर्घटना में तीन यात्रियों की मौत हो गई और 24 से ज़्यादा घायल हो गए. घटना तड़के करीब तीन बजे हुई जब बस सोनौली से दिल्ली जा रही थी. यात्रियों में कुछ नेपाली नागरिक भी शामिल थे. हालांकि, बस में सवार लोगों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है. पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया टक्कर के कारण बस के ईंधन टैंक में आग लग गई. उन्होंने बताया कि बस से तीन शव बरामद किए गए हैं, जबकि 15 लोगों को बचा लिया गया है.
बस में सवार थे 40 से ज्यादा नेपाली यात्री
ज़िला मजिस्ट्रेट विपिन जैन ने बताया कि घायलों में छह की हालत गंभीर बताई गई है. घायलों को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ज़िला मजिस्ट्रेट जैन ने बताया कि मामूली रूप से घायलों को नेपाल और दिल्ली भेजा जा रहा है. हादसे में बाल-बाल बचे बस यात्री शिव बहादुर ने बताया कि हम सोनौली बॉर्डर से दिल्ली के लिए निकले थे. बस में 40 से ज़्यादा नेपाली यात्री सवार थे. रात करीब तीन बजे जब बस बलरामपुर के फुलवरिया बाईपास चौराहे के पास से गुज़र रही थी, तभी ओवरब्रिज की तरफ़ से आ रहा एक ट्रक उसमें जा घुसा. उन्होंने बताया कि टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि बस कई मीटर तक घसीटती हुई एक बिजली के खंभे से जा टकराई. टक्कर लगते ही एक ज़ोरदार धमाका हुआ और बस में आग लग गई. लोगों ने भागने के लिए दरवाज़े और खिड़कियां तोड़नी शुरू कर दीं. हम भी किसी तरह जान बचाकर भागे.
घायलों का हो रहा समुचित उपचार
शिव बहादुर ने कहा कि मैंने किसी तरह अपनी जान जोखिम में डालकर अपनी पत्नी पूर्णिमा और दो साल की बेटी शिवांगी को बाहर निकाला. इस बीच स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और कुछ ही देर बाद पुलिस भी पहुंच गई. यात्री शिव बहादुर ने बताया कि पुलिस ने हमें बचाया और एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया. तीन यात्री बस के अंदर फंसे रहे और उन्हें बचाया नहीं जा सका. कहा कि यह हादसा हम सभी के लिए एक भयावह रात थी. यदि हमें स्थानीय लोगों और पुलिस से समय पर मदद नहीं मिलती तो कई और लोग ज़िंदा जल जाते. ज़िला मजिस्ट्रेट जैन ने बताया कि घायलों का समुचित उपचार किया जा रहा है. वह खुद घायलों की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं.
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