Shivling Worshipped by Hindu and Muslim: भारत में एक ऐसा शिवलिंग है, जिसकी पूजा हिंदू और मुस्लिम दोनों करते हैं. जानें इसके पीछे का ऐतिहासिक कारण.
20 November, 2025
Shivling Worshipped by Hindu and Muslim: इस्लाम में मूर्ती पूजा को हराम माना जाता है, इसलिए कोई भी मुस्लिम किसी भी प्रकार की आकृति की पूजा नहीं करता, लेकिन भारत में एक ऐसा शिवलिंग है, जिसकी पूजा हिंदू और मुस्लिम दोनों करते हैं. सुनने में यह बहुत अजीब लगता है लेकिन इसके पीछे एक ऐतिहासिक कहानी जुड़ी हुई है. यह शिवलिंग गोरखपुर से लगभग 25 किलोमीटर दूर सरया तिवारी गांव में स्थित है. इसे झारखंडी शिवलिंग भी कहा जाता है.
महमूद गजनवी ने की थी तोड़ने की कोशिश
यहां हिंदू तो भगवान शंकर को जल चढ़ाने आते ही हैं, लेकिन मुस्लिम भी यहां अपनी आस्था से आते हैं. सावन के महीने में जल चढ़ाने के लिए यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. रमजान के महीने में मुस्लिम यहां इबादत के लिए आते हैं. लोगों का कहना है कि महमूद गजनवी ने इस शिवलिंग को तोड़ने के उद्देश्य से यहां आक्रमण किया था. वह चाहता था कि शिवलिंग टूट जाए ताकि हिंदू इसकी पूजा न कर सकें.
शिवलिंग पर गुदवाया कलमा

उसने बहुत कोशिश की लेकिन यह शिवलिंग नहीं टूटा. हार मानकर उसने शिवलिंग पर इस्लाम का एक कलमा गुदवा दिया. शिवलिंग पर उर्दू में ”लाइलाहाइल्लललाह मोहम्मदमदुर्र् रसूलुल्लाह” लिखा है. कलमा गुदे होने के कारण ही मुस्लिम भी यहां आकर कलमा पढ़ते हैं. इस तरह शिवलिंग दोनों समुदायों के लिए पवित्र हो गया.
मंदिर के जल को चमत्कारी मानते हैं लोग
झारखंडी मंदिर के बगल में ही एक तालाब है, जिसे लोग चमत्कारी मानते हैं. लोगों का मानना है कि तालाब में नहाने से कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं. लोगों के मुताबिक, यहां नहाने से एक राजा का कुष्ठ रोग ठीक हो गया था. चर्म रोग से पीड़ित कई लोग यहां आकर मंगलवार और रविवार को नहाते हैं.
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