Who was Satya Sai Baba: जानिए कौन हैं दिवंगत आध्यात्मिक गुरु श्री सत्य साईं बाबा, जिनकी जन्म शताब्दी समारोह में आज पीएम मोदी, चंद्रबाबू नायडू समेत कई बड़ी हस्तियां शामिल हुईं.
19 November, 2025
Who was Satya Sai Baba: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दिवंगत आध्यात्मिक गुरु श्री सत्य साईं बाबा के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल हुए. इस मौके पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन, केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू, किंजरापु और जी. किशन रेड्डी भी PM के साथ दिखे. सत्य साईं बाबा की जन्म शताब्दी समारोह में पीएम मोदी ने गुरु की याद में एक सिक्का और स्टैम्प भी जारी किया.
पीएम मोदी ने कहा, “श्री सत्य साईं बाबा का शताब्दी समारोह सिर्फ एक त्योहार नहीं है, बल्कि एक दिव्य वरदान है. भले ही साईं बाबा हमारे बीच शारीरिक रूप से नहीं हैं, लेकिन उनका प्यार और सेवा की भावना करोड़ों लोगों को रास्ता दिखाती है.” पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से लेकर कई राजनेता और अभिनेता, साईं बाबा को अपना गुरु मानते हैं. सचिन तेंदुलकर और ऐश्वर्या राय की सत्य साईं बाबा में गहरी आस्था है.

कौन थे सत्य साई बाबा?
श्री सत्य साईं बाबा दुनिया के सबसे सम्मानित आध्यात्मिक गुरुओं में से एक थे. भक्त उन्हें सत्य साईं बाबा, साईं बाबा या स्वामी बाबा कहते हैं. उनका जन्म 23 नवंबर, 1926 को आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में हुआ था. बचपन से ही, उनमें आध्यात्मिक रुझान, गहरी सोच और अलौकिक शक्तियां थीं. उन्होंने 14 साल की उम्र में खुद को शिरडी के साई बाबा का अवतार घोषित कर दिया था. उनका मानना था कि हर मनुष्य में ईश्वर वास करता है, इसलिए मनुष्य की सेवा करनी चाहिए. दुनिया भर में उनके अनुयायी भक्ति गीतों, सत्संग, सेवा और आध्यात्मिक अध्ययन के जरिए उनके प्यार, शांति और एकता के संदेश को बढ़ा रहे हैं.
भक्तों ने बनवाया प्रशांति निलयम
अपनी पूरी जिंदगी, सत्य साईं बाबा ने प्यार, दया, सेवा और निस्वार्थ त्याग का संदेश दिया. उन्होंने न सिर्फ आध्यात्मिक मार्गदर्शन दिया, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पीने के पानी जैसी सेवाओं के जरिए समाज के सबसे कमजोर तबके को मजबूत भी बनाया. 1950 में, सत्य साईं बाबा के भक्तों ने एक मंदिर, एक रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स और एक स्पिरिचुअल कंपाउंड बनाया. उन्होंने इस स्पिरिचुअल कॉम्प्लेक्स का नाम “प्रशांति निलयम” रखा. आज, यह आश्रम हजारों भक्तों को रहने और खाने की सुविधा देता है जो यहां आते हैं और स्पिरिचुअल एक्टिविटीज में शामिल होते हैं.
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