Durgapur Assault Case : पश्चिम बंगाल में सामूहिक दुष्कर्म की घटना सियासी तूल पकड़ती जा रही है. इसी बीच बीजेपी ने महिलाओं और लड़कियों को लाल मिर्च का पाउडर बांटा और कहा कि हमें अपनी रक्षा खुद करनी होगी.
Durgapur Assault Case : पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में सामूहिक दुष्कर्म मामले में सियासत ने जोर पकड़ लिया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ममता सरकार का सड़कों पर लगातार विरोध कर रही है और इसी कड़ी में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था के बीच आत्मरक्षा के लिए महिलाओं को लाल मिर्च का पाउडर बांटा. बीजेपी ने इस अभियान को ऑपरेशन लाल मिर्च नाम दिया. इस अभियान की शुरुआत साल्ट लेक मेट्रो स्टेशन से हुई और भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने विमेंस यात्रियों को लाल मिर्च पाउडर के पैकेट बांटे और बताया कि ये आत्मरक्षा के लिए है.
बयान को बर्दाश्त नहीं कर सकते
इसी बीच एक महिला कार्यकर्ता ने कहा कि हम ये पैकेट माताएं और बहनों को बांट रहे हैं ताकि वे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें. हम बस यही कहेंगे कि हमें अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी और जरूरत पड़ने पर लाल मिर्च पाउडर का स्प्रे का इस्तेमाल करना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि महिलाओं को देर रात बाहर न निकलने की सलाह देने वाली मुख्यमंत्री की कथित टिप्पणी राज्य में उनकी कानून व्यवस्था की विफलता को दर्शाती है. हालांकि, ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया है कि उनकी टिप्पणियों को जानबूझकर तरोड़ मरोड़कर पेश किया गया है. एक अन्य महिला ने कहा कि 2025 में हम इस बात को कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं कि देर रात में महिलाओं को बाहर नहीं जाना चाहिए.
पीड़िता सहेली के साथ कुछ खाने के लिए गई थी बाहर
बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान एक आईटी कर्मचारी ने इस घटना को चिंताजनक बताया और अगर इस तरह के बयान एक महिला मुख्यमंत्री दे रही है तो हम रात में कैसे काम करेंगे? महिला ने कहा कि मेरे ऑफिस का समय 10:30 बजे तक होता है, उस दौरान मुझे क्या करना चाहिए? मेरा बस यही कहना है कि मुख्यमंत्री को घर से काम करने की व्यवस्था करनी चाहिए. पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर स्थित एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की ओडिशा निवासी 23 वर्षीय स्टूडेंट के साथ शुक्रवार को कुछ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, उस दौरान पीड़िता अपनी सहेली के साथ खाने के लिए बाहर गई थी. मुख्यमंत्री ने इस घटना को स्तब्ध करने वाला बताते हुए और इस तरह के अपराधों के प्रति अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर देते हुए कहा था कि महिला छात्रावासियों को छात्रावास के नियमों को फॉलो करना चाहिए. साथ ही देर रात तक बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि पुलिस हर घर के बाहर पहरा नहीं दे पाएगी.
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