Chetan Bhagat on 3 Idiots: आमिर खान के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक 3 इडियट्स चेतन भगत के नोवल पर बेस्ड है. आपको जानकर हैरानी होगी कि करोड़ों की कमाई करने वाली इस फिल्म के लिए चेतन को सिर्फ कुछ ही लाख मिले थे.
14 October, 2025
Chetan Bhagat on 3 Idiots: बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म ‘3 इडियट्स’ साल 2009 में रिलीज हुई थी. इस कल्ट ब्लॉकबस्टर में आमिर खान, आर माधवन, शरमन जोशी और करीना कपूर लीड रोल में थे. ये उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म थी. इस फिल्म की सक्सेस ने फिल्म की स्टारकास्ट, डायरेक्टर राजकुमार हिरानी के साथ-साथ 3 इडियट्स के राइटर चेतन भगत को भी स्टार बना दिया. फिल्म उनकी पहली बुक ‘Five Point Someone’ पर बेस्ड थी, जो 2004 में पब्लिश हुई थी. इस बुक ने चेतन भगत के करियर का पूरा रास्ता ही बदल दिया.

लाखों से चलाया काम
हाल ही में एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में चेतन भगत ने खुलासा किया कि, ब्लॉकबस्टर फिल्म 3 इडियट्स के लिए उन्हें सिर्फ 11 लाख रुपये मिले थे. हालांकि, इसने बॉक्स ऑफिस पर करीब 350 करोड़ रुपये की कमाई की थी. चेतन ने कहा कि, हमने 3 इडियट्स के लिए 1 लाख रुपये का कॉन्ट्रैक्ट किया था, जिसमें 10 लाख रुपये का बोनस तय हुआ था. फिल्म सुपरहिट होने के बाद मुझे वो बोनस भी मिल गया. उन्होंने आगे कहा कि, उस वक्त मैं नया था और ये नहीं जानता था कि फिल्म बनेगी भी या नहीं. कोई सोच भी नहीं सकता था कि आमिर खान जैसी स्टारकास्ट इस कहानी पर काम करेगी. तब के हिसाब से 11 लाख बहुत ठीक रकम थी.
यह भी पढ़ेंः इस हफ्ते OTT पर होगा धमाल, Bollywood से लेकर Hollywood वाला कंटेंट भी करेगा एंटरटेन; आप भी देखें लिस्ट

सैफ अली खान की फीस
चेतन भगत ने बताया कि, उस दौर में बड़े एक्टर्स को भी लिमिटेड फीस ही मिलती थी. उन्होंने कहा कि मुझे याद है, उस वक्त सैफ अली खान को ‘परिणीता’ के लिए करीब 25 लाख रुपये मिले थे. उस हिसाब से मेरी डील ज्यादा खराब नहीं थी. बाद में तो राइट्स करोड़ों में बिकने लगे. उन्होंने ये भी बताया कि, जब उन्होंने 3 इडियट्स के राइट्स बेचे थे, तब वो बैंक में काम किया करते थे. किताब 2004 में आई, राइट्स 2005 में बेचे और फिल्म 2009 में रिलीज हुई. तब तक मैं अपनी फुल टाइम जॉब ही कर रहा था.

फिक्स अमाउंट
चेतन भगत ने बताया कि, बाद की फिल्मों जैसे ‘2 स्टेट्स’ और ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ के लिए वो हमेशा फिक्स पेमेंट लेना पसंद करते थे. राइटर ने कहा कि, फिल्म इंडस्ट्री में प्रॉफिट शेयरिंग के नाम पर बहुत गड़बड़ होती है. कई बार प्रोडक्शन हाउस फिल्म को हिट होने के बाद भी लॉस में दिखा देते हैं. इसलिए मैं फिक्स अमाउंट लेना ही सही मानता हूं.इसके अलावा चेतन भगत ने बताया कि, जब कोई राइटर फिल्म राइट्स बेचता है, तो वो आमतौर पर 3 साल के लिए होते हैं. अगर उस बीच फिल्म नहीं बनती, तो राइट्स वापस राइटर के पास लौट आते हैं.
यह भी पढ़ेंः KBC 17 में छोटे कंटेस्टेंट के ओवर कॉन्फिडेंस ने किया लोगों का दिमाग खराब, Amitabh Bachchan की तारीफों के बंधे पुल
