Home राज्यDelhi रेल सुरक्षा में क्रांति: 40 साल की देरी के बाद ‘कवच’ पर तेज रफ्तार काम, रेल हादसों पर लगेगी रोक

रेल सुरक्षा में क्रांति: 40 साल की देरी के बाद ‘कवच’ पर तेज रफ्तार काम, रेल हादसों पर लगेगी रोक

by Sanjay Kumar Srivastava
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Ashwini Vaishnav

Rajya Sabha: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेल दुर्घटनाओं को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए ‘कवच’ पर काम तेजी से चल रहा है. यह काम 40 साल पहले हो जाना चाहिए था.

Rajya Sabha: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेल दुर्घटनाओं को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए ‘कवच’ पर काम तेजी से चल रहा है. यह काम 40 साल पहले हो जाना चाहिए था. लेकिन पहले की सरकारों ने कोई काम नहीं किया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली पर काम 1980 या 1990 के दशक में हो जाना चाहिए था, लेकिन अब तेज गति से किया जा रहा है और अच्छे परिणाम दे रहा है. प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि जो काम पूरी दुनिया ने बहुत पहले स्थापित कर दिया है, भारत अब कर रहा है क्योंकि पिछली सरकारों ने पहले ऐसा नहीं किया था. यह एक बहुत ही जटिल प्रणाली है. इसे ट्रेन के प्रत्येक खंड के लिए डिज़ाइन किया जाना है.

मोदी के आते ही विकास कार्य शुरू

रेलमंत्री ने कहा कि हमारी टीम यह सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात काम कर रही है कि यह चीज, जो 1990 या 1980 के दशक में स्थापित हो जानी चाहिए थी, 2014 से हो रही है. मंत्री ने उच्च सदन को बताया कि जो काम बाकी दुनिया ने बहुत पहले ही कर लिया था, वह काम अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की ज़िम्मेदारी संभालने के बाद अपने हाथ में ले लिया है. तब से विकास कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि इसे स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली कहा जाता है. उन्होंने कहा कि यह काम बहुत तेज गति से चल रहा है. पूरे देश में काम चल रहा है और ओडिशा भी इस परियोजना का हिस्सा है. इससे हमें बहुत अच्छे परिणाम मिल रहे हैं. वैष्णव ने कहा कि ‘कवच’ एक “बहुत ही जटिल प्रणाली है जिसमें पांच प्रमुख उप-प्रणालियां हैं.

यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

प्रणाली के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें रेलवे ट्रैक के साथ एक पूर्ण ऑप्टिकल फाइबर केबल स्थापित करना, रेडियो सिग्नल की उपलब्धता द्वारा निर्धारित एक निश्चित दूरी पर रेलवे ट्रैक के साथ दूरसंचार टावर स्थापित करना और तीसरा कवच डेटा सेंटर स्थापित करना शामिल है, जो हर मध्यवर्ती स्टेशन पर एज डेटा सेंटर है. रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि चौथी उप-प्रणाली ट्रैक कवच प्रणाली है, जो ट्रैक के साथ हर कुछ सौ मीटर पर स्थापित की जाती है और अंतिम चीज लोकोमोटिव या ट्रेन पर स्थापित कवच डिवाइस है. उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार का पूरा ध्यान ट्रेनों के समयबद्ध संचालन पर भी है.

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