Home Top News भारत की रिकॉर्ड छलांग: दूसरी तिमाही में GDP में 8.2% की वृद्धि, GST कटौती से चमकी इकोनॉमी

भारत की रिकॉर्ड छलांग: दूसरी तिमाही में GDP में 8.2% की वृद्धि, GST कटौती से चमकी इकोनॉमी

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
GDP growth

GDP: भारतीय अर्थव्यवस्था ने लगातार तीसरी तिमाही में अपनी शानदार रफ्तार जारी रखी है. जुलाई-सितंबर में जीडीपी ग्रोथ रेट 6 तिमाहियों के उच्चतम स्तर 8.2 प्रतिशत पर पहुंच गया.

GDP: US टैरिफ से जुड़ी चुनौतियों के बीच अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक बहुत बड़ी खबर आई है. इंडियन इकोनॉमी ने उम्मीद से बहुत बेहतर प्रदर्शन किया है. 28 नवंबर को सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था ने लगातार तीसरी तिमाही में अपनी शानदार रफ्तार जारी रखी है, जुलाई-सितंबर में जीडीपी ग्रोथ रेट 6 तिमाहियों के उच्चतम स्तर 8.2 प्रतिशत पर पहुंच गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 7.8 प्रतिशत थी. भारतीय अर्थव्यवस्था ने जुलाई-सितंबर में छह तिमाहियों में सबसे ज़्यादा 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि कारखानों ने GST दर में कटौती से खपत बढ़ने की उम्मीद में ज़्यादा उत्पाद बनाए. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दूसरी तिमाही में GDP वृद्धि दर पिछले तीन महीनों के 7.8 प्रतिशत और एक साल पहले इसी अवधि के 5.6 प्रतिशत से बेहतर रही.

Manufacturing Sector में अच्छा प्रदर्शन

देश के सकल घरेलू उत्पाद में 14 प्रतिशत का योगदान देने वाला निर्माण क्षेत्र (Manufacturing Sector) दूसरी तिमाही में 9.1 प्रतिशत बढ़ा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2.2 प्रतिशत था. भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत बढ़ी. सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 5.6 प्रतिशत थी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जीएसटी दर में कटौती से उपभोग बढ़ने की उम्मीद में कारखानों ने अधिक उत्पाद तैयार किए. विनिर्माण क्षेत्र ((Manufacturing Sector) , जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का 14 प्रतिशत है, दूसरी तिमाही में 9.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 2.2 प्रतिशत था.

राजकोषीय घाटे को कम करना लक्ष्य

वहीं, अप्रैल से अक्तूबर के बीच यानी इस वित्तीय वर्ष के पहले सात महीनों में भारत का राजकोषीय घाटा 8.25 लाख करोड़ रुपये रहा. यह वार्षिक अनुमानों का 52.6% है. इस बार राजकोषीय घाटा पिछले वर्ष के 46.5% से अधिक है. सरकार का लक्ष्य इस वित्तीय वर्ष में राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 4.4% तक कम करना है, यह एक साल पहले 4.8% था. सरकार की ओर से यह भी बताया गया है कि भारत का अक्तूबर 2025 का औद्योगिक उत्पादन आंकड़ा एक दिसंबर को जारी होगा. अखिल भारतीय औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़े आमतौर पर हर महीने की 28 तारीख को या यदि 28 तारीख को अवकाश हो तो अगले कार्यदिवस को जारी किए जाते हैं.

ये भी पढ़ेंः Dollar के सामने जारी है रुपये की फिसलन, कच्चे तेल के साथ इन चीजों ने भी बढ़ाई मुश्किल

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?