Israel-Iran Conflict: बेंजामिन नेतन्याहू ने एक साक्षात्कार में कहा कि वे इस युद्ध के जरिए दुनिया का चेहरा बदल देंगे. उन्होंने हर तरह की मदद का स्वागत करने की बात कही.
Israel-Iran Conflict: ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध ने वैश्विक मंच पर हलचल मचा दी है. अब सभी की नजरें अमेरिका की ओर टिकी हैं, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इस जंग में शामिल होने या न होने का फैसला दो हफ्तों के भीतर लेने की बात कही है. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने ट्रंप के हवाले से बताया कि अगले दो सप्ताह में यह निर्णय लिया जाएगा. ट्रंप का मानना है कि बातचीत के जरिए ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका और इजरायल की मांगें पूरी हो सकती हैं. लेविट ने कहा, “निकट भविष्य में ईरान के साथ बातचीत की संभावना बनी हुई है, और इसे ध्यान में रखते हुए मैं दो हफ्तों में यह फैसला लूंगा कि हमला करना है या नहीं.”
नेतन्याहू का बयान: दुनिया का चेहरा बदल देंगे
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक साक्षात्कार में कहा कि वे इस युद्ध के जरिए दुनिया का चेहरा बदल देंगे. उन्होंने हर तरह की मदद का स्वागत करने की बात कही. इस बीच, युद्ध में नया मोड़ आता दिख रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह इस जंग में शामिल न हो. वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ईरान पर इजरायल के हमलों की कड़ी निंदा की है. वैश्विक शक्तियों के ये बयान युद्ध को और जटिल बना रहे हैं.
इजरायल का ईरान पर तीखा पलटवार
युद्ध के आठवें दिन दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले और तेज कर दिए हैं. इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर देर रात बड़ा हमला किया, जिसमें कई ईरानी सैनिकों के मारे जाने की खबर है. जानकारी के अनुसार, इजरायली सेना ने उन ठिकानों को निशाना बनाया, जिन्हें ईरान ने दोबारा हमले की तैयारी के लिए तैयार किया था. खास तौर पर, ईरान की एक इंजीनियरिंग साइट पर इजरायली हमले में दर्जनों सैनिकों के हताहत होने की सूचना है. इजरायल का यह हमला ईरान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सक्रिय
इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम इस युद्ध में पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहा है. ईरान ने इजरायल पर अब तक सैकड़ों ड्रोन हमले किए, लेकिन इजरायली सेना ने इनमें से 95 प्रतिशत से अधिक हमलों को हवा में ही नाकाम कर दिया. इजरायल की वायु सेना और नौसेना ने मिलकर इन हमलों को विफल करने में अहम भूमिका निभाई है. यह इजरायल की सैन्य ताकत को दर्शाता है.
ईरानी विदेश मंत्री का जेनेवा दौरा
इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची यूरोप के दौरे पर जा रहे हैं. वे जेनेवा में फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. इस दौरे से पहले फ्रांस के विदेश मंत्री ने दावा किया है कि ईरान के अधिकारी अमेरिका से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी पहली शर्त युद्धविराम की होगी. यह कदम युद्ध को शांत करने की दिशा में एक उम्मीद की किरण हो सकता है.
वैश्विक तनाव बढ़ा
ईरान और इजरायल के बीच यह युद्ध अब वैश्विक शक्तियों को भी प्रभावित कर रहा है. रूस और चीन के बयानों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है, जबकि अमेरिका का रुख अभी अस्पष्ट है. अगले दो हफ्तों में ट्रंप का फैसला इस युद्ध की दिशा तय कर सकता है.
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