Pak-Afghan Controversy : पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच प्रतिदिन बॉर्डर पर तनाव बढ़ता जा है. इसी बीच पाक ने आरोप लगाया कि तालिबान अपनी सीमा से हमारे देश में आतंकी सप्लाई करने का काम कर रहा है.
Pakistan-Afghanistan Controversy : पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि अफगान में मौजूद तालिबान सरकार देश में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आतंकवादियों को बॉर्डर पर घुसपैठ करने में मदद कर रहा है. पाक आर्मी की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के हेड लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने शुक्रवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि अफगान तालिबान फोर्स पाकिस्तानी बॉर्डर पोस्ट पर फायरिंग करती है. साथ ही आतंकवादियों और तस्करों को पाकिस्तान में गैर-कानूनी घुसपैठ के लिए कवर देती है.
अफगान पोस्ट होती है गोलीबारी : पाक
लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि बॉर्डर पर हमेशा आपसी सुरक्षा होती है. दोनों देश उनकी सुरक्षा करते हैं. उन्होंने कहा कि अब दूसरी तरफ से एक ऐसा देश है जिसकी पोस्ट से पहले आपकी पोस्ट पर फायरिंग होती है और फिर गोलीबारी शुरू हो जाती है. साथ ही वे आतंकवादियों को निकलने की जगह देते हैं. मिलिट्री के प्रवक्ता ने कहा कि बहुत ज्यादा हमले किए जा रहे हैं और वह स्मगलरों की गाड़ियों को भी गुजरने में मदद कराते हैं. प्रवक्ता ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर बॉर्डर पर आर्मी और पैरामिलिट्री फ्रंटियर कॉर्प्स के सैनिक तैनात होने के बाद भी पाक-अफगान बॉर्डर पर घुसपैठ कैसे कर सकते हैं, स्मगलिंग कैसे हो सकती है और बिना कस्टम पेड वाली गाड़ियां भी कैसे गुजर सकती हैं.
बॉर्डर को नहीं किया जा सकता सील
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने करीब 2500 किलोमीटर लंब बॉर्डर पर 15 से 25 किलोमीटर की दूरी पर एक मिलिट्री पोस्ट बाई है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि बॉर्डर को पूरी तरह से सील करना भी मुमकिन नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि यूएस देश नहीं कर पा रहा है और मेक्सिको के साथ अपने बॉर्डर पर गैर-कानूनी घुसपैठ को नहीं रोक पा रहा है. इसके अलावा लेफ्टिनेंट चौधरी ने उन आरोपों को भी खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में रात भर हमले किए थे. साथ ही कोई अच्छा या बुरा तालिबान नहीं होता है, पाकिस्तान आतंकियों में किसी भी प्रकार से फर्क नहीं करता है. दूसरी तरफ उन्होंने बागियों के खिलाफ चल रहे इंटेलिजेंस-बेस्ड ऑपरेशन (IBOs) में कहा कि 4 नवंबर से अब तक 4,910 ऐसे ऑपरेशन किए गए हैं, जिनमें करीब 206 आतंकी मारे गए हैं. साथ ही बलूचिस्तान में ऐसे ऑपरेशन सबसे ज्यादा जिनमें बीएलए के लड़ाकू को मार गिराया है.
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