IndiGo Crisis: इंडिगो संकट को लेकर केंद्र भी सख्त हो गया है और विमानन मंत्री नायडू ने कहा कि जिन लोगों ने इस तरह की स्थिति को पैदा किया है, उनको इसकी कीमत चुकानी होगी.
IndiGo Crisis: इंडिगो के परिचालन में आए संकट से यात्री काफी परेशान हैं और वह कई स्तरों पर शिकायत के साथ विरोध जता रहें हैं. यात्रियों की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू किंजारापु ने कहा कि इंडिगो एयरलाइन का परिचालन संकट का जल्द ही समाधान हो जाएगा और समय के साथ एयरलाइन के खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा. वहीं, एक न्यूज चैनल से बातचीत में उड्डयन मंत्री ने कहा कि इंडिगो की एक हजार से ज्यादा फ्लाइट रद्द होने के बाद भी दूसरी एयरलाइन पर कोई खास असर नहीं पड़ा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL)नियम नवंबर से लागू होने के बाद यह बयान सिर्फ बकवास है कि लोकोपायलट की कमी थी और यह भी क्लीयर है कि समस्या इंडिगो की तरफ से थी.
धीरे-धीरे अपनी क्षमता पर वापस लौटेगी इंडिगो
राम मोहन नायडू किंजारापु ने बताया कि मेट्रो शहरों के एयरपोर्ट पर भीड़ काफी कम हो गई है. दिल्ली, मुंबई और चेन्नई समेत अधिकांश हवाई अड्डों पर पिछले दिनों फंसे यात्रियों की कतारों में भी काफी कमी आई है. बताया जा रहा है कि इंडिगो कल से सीमित क्षमताओं के साथ उड़ानें फिर से शुरू करेगा और धीरे-धीरे क्षमता बढ़ाई जाएगी. एविएशन मिनिस्टर ने भरोसा दिया कि कल यात्रियों को ज्यादा समस्या नहीं होगी और आने वाले वक्त में साधारण दिनों की तरह फ्लाइट शुरू हो जाएंगी. नायडू ने यह स्पष्ट कर दिया कि विमानन मंत्रालय और DGCA ने इस तरह की पूर्व चेतावनी नहीं देने में कोई लापरवाही नहीं बरती.
इंडिगो को दी गई FDTL नियम छूट
विमानन मंत्री ने आगे कहा कि नए FDTL नियमों के लागू होने के बाद इंडिगो के चालक दल से जुड़ी समस्या की वजह से उड़ानें प्रभावित हुईं. इसके कारण देश के प्रमुख एयरपोर्ट पर देरी और भीड़ जमा हो गई. एविएशन मंत्री ने कहा कि FDTL नियमों में इंडिगो को कुछ छूट दी गई ताकि वह फिर से पटरी पर लौट सकें. नायडू ने कहा कि 1 नवंबर से DGCA ने नए FDTL नियम लागू किए. मंत्रालय ने एयरलाइन के साथ करीब छह महीने तक चर्चा भी की थी. शुरुआत में इस नियम के तहत कई सारी समस्याएं भी देखने को मिली, लेकिन धीरे-धीरे एअर इंडिया और स्पाइसजेट ने अपने संचालन को ढाल लिया.
सख्त कार्रवाई होगी
उन्होंने बताया कि इस व्यवधान की जांच के लिए एक समिति बनाई गई है, जो यह देखेगी कि कहां पर गलती हुई है और इसके लिए कौन जिम्मेदार है. नायडू ने आगे कहा कि जिन लोगों ने इस तरह की स्थिति बनाने की कोशिश की है, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. हम उस पर कानूनी कार्रवाई करेंगे. मंत्री ने कहा कि मंत्रालय की पहली प्राथमिकता परिचालन को सामान्य और यात्रियों को समय पर मदद पहुंचाने का काम है. वहीं, दूसरी तरफ इंडिगो की कई उड़ानें रद्द होने की वजह से अहमदाबाद-दिल्ली कॉरिडोर पर यात्रियों की आवाजाही पर असर पड़ा है, पश्चिम रेलवे द्वारा यात्रियों की मांग एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन ऑन डिमांड (TOD) साबरमती और दिल्ली जं. के बीच विशेष किराये पर चलाने का निर्णय लिया गया है.
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