Congress Politics : कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या उस गहरे होते सामाजिक जहर का प्रतीक है जो जाति के नाम पर मानवता को कुचलने का काम कर रहा है.
Congress Politics : हरियाणा में जातिगत भेदभाव की वजह से एक IPS अधिकारी की कथित आत्महत्या को लेकर मामला गरमाया गया है. कांग्रेस ने घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमले तेज कर दिए हैं और पार्टी ने दावा किया कि मौजूदा सरकार में दलितों और समाज के कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं. कांग्रेस ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वंचित समाज के लोगों को डरा धमकाकर रखने वाली राजनीतिक लोकतंत्र के लिए घातक है. वहीं, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की एक नई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि 2013 से 2023 के बीच दलितों के खिलाफ अपराधों में 46 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और इस दौरान आदिवासियों के खिलाफ 91 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
लगातार हमले संविधान को निशाना बनाना है
वहीं, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या उस गहरे होते सामाजिक जहर का प्रतीक है जो जाति के नाम पर मानवता को कुचलने का काम कर रहा है. कांग्रेस ने कहा कि हरियाणा में एक आईपीएस अधिकारी के साथ जातिगत भेदभाव, हरिओम वाल्मीकि का उत्पीड़न, मुख्य न्यायाधीश पर जूता उछालना और उसे उचित ठहराने वाली BJP मानसिकता केवल सिर्फ छिटपुट घटनाएं नहीं हैं, बल्कि आरएसएस-BJP की सामंती मानसिकता का प्रतीक है. उन्होंने आगे कहा कि दलित-पिछड़ों पर हो रहे लगातार हमले लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला है. दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और हाशिए के समुदायों को डराने-धमकाने और दबाने की यह राजनीति लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है. कांग्रेस ने बताया कि भारत सिर्फ संविधान से चलेगा, किसी मनुवाद किताब से नहीं चलेगा.
अधिकारियों को भी उत्पीड़न झेलना पड़ता है
राहुल गांधी ने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में लिखा कि हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई, पूरन कुमार की आत्महत्या गहराते सामाजिक जहर का प्रतीक हैं, जो जाति के नाम पर सिर्फ मानवता को कुचलने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि जब आईपीएस अधिकारी को जाति का उत्पीड़न झेलना पड़ता है तो आम दलित का इस देश में क्या होता होगा? इसके अलावा कांग्रेस नेता ने दावा किया कि रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि हत्या, सीजेआई गवई का अपमान और पूरन कुमार की मौत जैसी घटनाएं हैं जो दर्शाती हैं कि वंचित वर्गों के खिलाफ अन्याय अपने चरम पर पहुंच गया है. दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी एक्स पर लिखा कि पूरन कुमार की आत्महत्या से पूरा देश स्तब्ध है, जो कथित तौर पर जाति आधारित उत्पीड़न से परेशान थे.
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