दिल्ली विधानसभा में वीर सावरकर, दयानंद सरस्वती और मदन मोहन मालवीय की तस्वीरें लगाए जाने पर बवाल मचने का अनुमान लगाया जा रहा है.
Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा में वीर सावरकर, दयानंद सरस्वती और मदन मोहन मालवीय की तस्वीरें लगाई जाएंगी. तस्वीरें लगाने की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बुधवार, 21 मई 2025 को दी. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सामान्य प्रयोजन समिति की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें इन तस्वीरों को लगाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया.
दिया गया ये बयान
तस्वीरें लगाए जाने के संबंध में विजेंद्र गुप्ता के ऑफिस से भी एक बयान जारी किया गया. बयान के मुताबिक, समिति ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम, सामाजिक सुधार और शैक्षिक पुनर्जागरण में उनके स्थायी योगदान के सम्मान में दिल्ली विधानसभा के परिसर में उनकी तस्वीरें लगाने का संकल्प लिया है. बताया गया कि ये निर्णय सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य अभय वर्मा द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के आधार पर लिया गया, जिन्होंने कहा कि विधानसभा परिसर में तस्वीरों के साथ उनका सम्मान करना उनकी स्थायी विरासत के लिए एक उचित श्रद्धांजलि होगी और यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा, जिससे देशभक्ति, सेवा और लोकतांत्रिक आदर्शों के मूल्यों को बल मिलेगा.
क्या बोले विजेंद्र गुप्ता?
बयान में विजेंद्र गुप्ता के हवाले से कहा गया है कि समिति का निर्णय न केवल सावरकर, सरस्वती और मालवीय के अपार योगदान का सम्मान करता है, बल्कि लोकतांत्रिक आदर्शों को संरक्षित करने और दिल्ली के लोगों के बीच राष्ट्रीय गौरव, सांस्कृतिक विरासत और नागरिक जिम्मेदारी की गहरी भावना को बढ़ावा देने के विधानसभा के सामूहिक संकल्प को भी दर्शाता है.
बवाल का लगाया जा रहा अनुमान
दिल्ली विधानसभा में वीर सावरकर, दयानंद सरस्वती और मदन मोहन मालवीय की तस्वीरें लगाए जाने पर बवाल का मचना तय माना जा रहा है. माना जा रहा है कि विपक्षी पार्टियां इस पर अपना विरोध दर्ज कर सकती हैं. इससे पहले भी कई मौकों पर वीर सावरकर के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी में टकराव की स्थिति देखने को मिली है. कई बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी वीर सावरकर का नाम लेकर बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साध चुके हैं. अहम ये है कि दिल्ली की बीजेपी सरकार और मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी में कई मुद्दों पर टकराव की स्थिति बनी हुई है. जहां बीजेपी आरोप लगाती रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शासन काल के दौरान दिल्ली की हालत बद से बदतर हुई है तो वहीं आम आदमी पार्टी भी बीजेपी पर हमलावर रही है. कई बार कांग्रेस भी बीजेपी को घेरते हुए दिखाई देती है.
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