SP leader: सपा नेता राम गोपाल यादव ने रविवार को SIR पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर शीतकालीन सत्र के दौरान SIR पर चर्चा नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी संसद नहीं चलने देगी.
SP leader: सपा नेता राम गोपाल यादव ने रविवार को SIR पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर शीतकालीन सत्र के दौरान SIR पर चर्चा नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी संसद नहीं चलने देगी. कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण पूरे देश के लिए मुसीबत बनी है. काम के दबाव में BLO तक की जान जा रही है, लेकिन चुनाव आयोग मूकदर्शक बना हुआ है.समाजवादी पार्टी ने रविवार को कहा कि अगर शीतकालीन सत्र के दौरान मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर चर्चा नहीं हुई तो वह संसद नहीं चलने देगी. संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद सपा नेता राम गोपाल यादव ने ज़ोर देकर कहा कि सरकार एसआईआर पर चर्चा से नहीं कतरा सकती, क्योंकि यह चुनाव आयोग द्वारा किया जा रहा है.
SIR में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां
उन्होंने कहा कि अगर एसआईआर पर चर्चा नहीं हुई तो हम सदन नहीं चलने देंगे. यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने एसआईआर का मुद्दा इसलिए उठाया है क्योंकि मैंने बड़े पैमाने पर अनियमितताएं देखी हैं. पहले हम सुनते थे, लेकिन अब हम देख रहे हैं कि लोगों के वोट काटे जा रहे हैं. बिहार में भी गड़बड़ियां हुई हैं. हमने इस (SIR) पर चर्चा की मांग की है. वे चुनाव आयोग का हवाला देकर इससे नहीं बच सकते. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सरकार द्वारा बनाया गया है और बनाने वाला, बनाए गए से बड़ा होता है. जब गलत काम हो रहा हो तो चर्चा क्यों नहीं हो सकती?
सोमवार से शीतकालीन सत्र शुरू
कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम काट दिया जाए तो क्या चर्चा नहीं होगी? यादव ने कहा कि मैं कई जगहों पर गया हूं और अभी भी यात्रा कर रहा हूं. मैं 1967 से मतदाता हूं. इटावा जिले में हम सभी को श्रेणी ‘सी’ में रखा गया है. पूरे जिले में सभी को श्रेणी ‘सी’ में रखा गया है. हमारे जिले से संसद के दोनों सदनों के सात सांसद और तीन विधायक हैं, और उनमें से प्रत्येक को श्रेणी ‘सी’ में रखा गया है. यह पारंपरिक बैठक एक सुचारु सत्र सुनिश्चित करने के लिए बुलाई गई थी, जिसमें कई नए विधेयक पेश किए जाने हैं. शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और 19 दिसंबर को समाप्त होगा. इस सत्र में कुल 15 बैठकें होंगी, जिसे विपक्ष ने संक्षिप्त सत्र करार दिया है. आमतौर पर संसद सत्र में 20 बैठकें होती हैं.
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