Home राजनीति संकट में सुक्खू सरकार, कांग्रेस का बीजेपी पर बड़ा आरोप, कहा- धनबल से कुचल रहे हिमाचल के लोगों का अधिकार

संकट में सुक्खू सरकार, कांग्रेस का बीजेपी पर बड़ा आरोप, कहा- धनबल से कुचल रहे हिमाचल के लोगों का अधिकार

by Farha Siddiqui
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संकट में सुक्खू सरकार, कांग्रेस का बीजेपी पर बड़ा आरोप, कहा धनबल से कुचल रहे हिमाचल के लोगों का अधिकार

28 February 2024

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी बोलीं- आम जनता की चुनी सरकाaर को गिराने की कोशिश कर रही बीजेपी

हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सुक्खू सरकार के ऊपर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, बीजेपी ने राज्य में कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए राज्यपाल से मांग की है। अब राज्यपाल शिव प्रताप सिंह शुक्ला ने विधानसभा स्पीकर को तलब किया है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दौरान बीजेपी के विधायक अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। कांग्रेस के विधायकों को कड़ी सुरक्षा के बीच पंचकूला के एक होटल में ठहराया गया है, वह कभी भी हिमाचल के लिए रवाना हो सकते हैं। बताया जा रहा है हिमाचल प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष राजीव बिंदल ने भी इन विधायकों से मुलाकात की है। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को कुचलने का काम कर रहे हैं।

प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिमाचल में राज्य सभा चुनाव में पार्टी के पास बहुमत होने के बाद कांग्रेस का उम्मीदवार हार गया, उसको लेकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा, लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। इस मक़सद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। 25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है, तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। जो भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है। 

विक्रमादित्य सिंह ने दिया इस्तीफा

राज्यसभा की वोटिंग के दौरान हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार से कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे के बाद हलचल तेज हो गई। विक्रमादित्य ने बुधवार को शिमला में प्रेस कांफ्रेंस कर अपने इस्तीफे का ऐलान किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी की मूर्ती लगााने के लिए उन्होंने दो गज तक जमीन नहीं दी। यही सम्मान है इस सरकार का, हम भावुक लोग हैं, हमें पदों से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है… मैं बहुत आहत हूं, राजनीतिक रूप से नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से। सिंह ने आगे कहा कि भविष्य का फैसला अपने लोगों से बातचीत के बाद लिया जाएगा। इसलिए उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस में बातचीत के दौर तेज हो गई है।

हमें यूथ को एड्रेस करना चाहिए: विक्रमादित्य सिंह

विक्रमादित्य ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि सबको पता है कि सरकार की प्रदेश में कार्यप्रणाली कैसी रही है, वो सबके सामने जाहिर है। उन्होंने कहा कि मैंने कई बार ऐसे जनकल्याण से जुड़े मुद्दों को हाईकमान के सामने उठाया है, मगर उस पर कोई सरोकार नहीं हो पाया। कार्यों को लेकर जिस तरह का एक्शन लिया जाना चाहिए था। वह नहीं लिया गया। सरकार बनाने से पहले हमने युवाओं से जो वादे किए उस पर उन्होंने हमें जमकर वोट दिया। क्या उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरें हैं? हमें आज जरूरत हैं कि यूथ एड्रेस किया जाए।

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