Sheikh Hasina Case : बांग्लादेश में शेख हसीना को एक अन्य भ्रष्टाचार के मामले में पांच साल की सजा सुनाई है. इससे पहले उन्हें तीन अलग-अलग मामलों में 21 साल की सजा सुनाई थी और अब उनकी कुल सजा 26 साल हो गई है.
Sheikh Hasina Case : बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina ) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं और भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले में भारी झटका लगा है. ढाका की एक विशेषज्ञ कोर्ट ने सोमवार को पुरबचल न्यू टाउन प्रोजेक्ट में राजधानी विकास प्राधिकरण (राजुक) के प्लॉट आवंटन में गड़बड़ी को लेकर 5 साल की सजा सुनाई. इसके अलावा न्यायाधीश मोहम्मद रबीउल आलम ने इसी मामले में हसीना की बहन शेख रेहाना को भी 7 साल और उनकी भांजी ब्रिटिश सांसद ट्यूलिप सिद्दीक को दो साल की सजा सुनाई है. बांग्लादेश के ‘द डेली स्टार’ अखबार के मुताबिक, भ्रष्टाचार रोधी आयोग (ACC) द्वारा किए गए मामलों में हसीना से जुड़ा ये चौथा फैसला है.
हसीना की कुल सजा हुई 26 साल
शेख हसीना को भ्रष्टाचार में मिली 5 साल की सजा के अलावा उनके खिलाफ आएं बीते फैसलों को लगाकर अब उनकी सजा 26 साल की हो गई है. कोर्ट में आरोप लगाया कि हसीना परिवार ने सरकारी नियमों को ताक पर रखकर ढाका को पुरबाचल इलाके में प्लॉट गलत तरीके से अपने नाम करा लिए थे, जबकि मौजूदा नियमों के मुताबिक वे इसके योग्य नहीं थी. वहीं, शेख हसीना को 27 नवंबर को 21 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी.
दो बेटों को भी मिली 5-5 साल की सजा
न्यायाधीश मोहम्मद रबीउल आलम ने स्पष्ट रूप से कहा कि शेख हसीना और उनके परिवार ने जानबूझकर ने नियमों को ताक पर रखकर सरकारी जमीन हड़प ली. इसके अलावा हसीना के दो बेटों सजीब वाजेद जॉय और बेटी साइमा वाजेद को भी कोर्ट 5-5 साल की सजा सुनाई. साथ ही एक लाख टका का जुर्माना भी लगाया है. वहीं, कोर्ट में हसीना की तरफ से कोई वकील पेश नहीं हुआ, क्योंकि सभी आरोपी देश से फरार हैं. आपको बताते चलें कि एक मामले में शेख हसीना को पहले ही मौत की सजा सुनाई जा सकी है.
मानवता के खिलाफ माना दोषी
भ्रष्टाचार से अलग हटकर बांग्लादेश का अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने बीते साल जुलाई-अगस्त में हुए छात्र आंदोलन को दबाने के लिए शेख हसीना को मानवता के खिलाफ अपराधी माना था. इसके बाद कोर्ट ने अपने फैसले में उन्हें मौत की सजा सुना दी. मालूम हो कि अगस्त 2024 में देश भर में भारी विरोध प्रदर्शन होने लगा तो हसीना भारत भागकर आ गई और तभी से उन्होंने शरण ले रखी है. साथ ही मौजूदा सरकार ने भारत से शेख हसीना को प्रत्यर्पण करने के लिए कहा है. वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस मामले में कानूनी जांच कर रहे हैं और बांग्लादेश में लोकतंत्र के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. बांग्लादेश में युवा और आम लोग काफी खुश हैं कि देश में भ्रष्टाचार करने वाले लोगों को सजा मिल रही है और दूसरी तरफ अवामी लीग के बचे हुए नेता इसे सिर्फ राजनीतिक बदला बता रहे हैं.
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