Lord Ayyappa Temple: सबरीमाला भगवान अय्यप्पा मंदिर में मंडल पूजा 27 दिसंबर को सुबह 10:10 बजे से 11:30 बजे तक होगी. पूजा से जुड़ी दीपाराधना (आरती) सुबह 11:30 बजे समाप्त होगी.
Lord Ayyappa Temple: सबरीमाला भगवान अय्यप्पा मंदिर में मंडल पूजा 27 दिसंबर को सुबह 10:10 बजे से 11:30 बजे तक होगी. मंदिर के मुख्य पुजारी कंदारारू महेश मोहनारू ने रविवार को ये जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पूजा से जुड़ी दीपाराधना (आरती) सुबह 11:30 बजे समाप्त होगी. भगवान अय्यप्पा को पहनाया जाने वाला स्वर्ण अंकी (पवित्र स्वर्ण वस्त्र) शोभायात्रा के जरिए सबरीमाला लाया जाएगा. यह शोभायात्रा 23 दिसंबर को सुबह सात बजे अरनमूला पार्थसारथी मंदिर से शुरू होगी. स्वर्ण अंकी के 26 दिसंबर की शाम को दीपाराधना से पहले सबरीमाला सन्निधानम पहुंचने की उम्मीद है. मूर्ति पर अंकी सुशोभित होने के बाद शाम 6:30 बजे दीपाराधना की जाएगी. 27 दिसंबर को दोपहर में मूर्ति पर स्वर्ण अंकी सुशोभित होने के बाद मंडल पूजा होगी. उस रात भगवान अय्यप्पा की लोरी हरिवरसनम के पाठ के बाद मंदिर रात 11 बजे बंद हो जाएगा.
पारंपरिक केरल भोज शुरू
मुख्य पुजारी ने बताया कि मकर विलक्कु उत्सव के लिए मंदिर 30 दिसंबर को शाम पांच बजे फिर से खुलेगा. मंडल पूजा के लिए त्रावणकोर महाराजा द्वारा स्वर्ण अंकी भेंट की गई थी. श्रद्धालु 23 दिसंबर को सुबह पांच बजे से सात बजे के बीच अरनमूला मंदिर के प्रांगण में इसके दर्शन कर सकेंगे. इस बीच त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि सबरीमाला में रविवार से तीर्थयात्रियों के लिए निःशुल्क पारंपरिक केरल भोज (साद्या) शुरू हो गया है. भोजन में परिप्पू, सांभर, रसम, अवियल, अचार, तोरण, पापड़ और पायसम शामिल हैं. कुछ व्यंजन प्रतिदिन बदलेंगे और हर दिन अलग-अलग प्रकार का पायसम परोसा जाएगा. आगामी समय में केरल साद्या एक दिन छोड़कर परोसी जाएगी. दोपहर में देवास्वोम के कार्यकारी अधिकारी ओजी बिजू ने औपचारिक दीप प्रज्ज्वलित किया और श्रद्धालुओं को भोजन परोसने से पहले भगवान अय्यप्पा को भोजन अर्पित किया. भोजन स्टील की प्लेटों में स्टील के गिलासों में परोसा जाता है.
भगवान अयप्पा को समर्पित है मंदिर
अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी व्यवस्थाओं में देरी की वजह से साद्या का प्रारंभ थोड़ी देर से हुआ, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि भगवान अय्यप्पा के आशीर्वाद से आने वाले दिनों में यह सेवा सुचारु रूप से जारी रहेगी. प्रतिदिन लगभग 5,000 तीर्थयात्री अन्नदान में भाग लेते हैं, और इससे भी अधिक लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है. एक दिन छोड़कर भक्तों को साद्या और पुलाव परोसा जाता है. सन्नीधानम के विशेष अधिकारी पी बालकृष्णन नायर ने भी अन्नदान हॉल का दौरा किया. सबरीमाला भगवान अयप्पा मंदिर केरल का एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है जो भगवान अयप्पा को समर्पित है. यह दुनिया के सबसे बड़े वार्षिक तीर्थयात्रा स्थलों में से एक है, जो अपनी 41-दिवसीय मंडला-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा के लिए जाना जाता है. यहां लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. यह मंदिर समानता और भक्ति का प्रतीक है.
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