Home Top News Covid-19: दिल्ली में पहली मौत, BHU में नर्सिंग ऑफिसर संक्रमित, कर्नाटक में सर्कुलर जारी

Covid-19: दिल्ली में पहली मौत, BHU में नर्सिंग ऑफिसर संक्रमित, कर्नाटक में सर्कुलर जारी

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
COVID-19
स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और बचाव के लिए जागरूक रहने की अपील की जा रही है. विभाग ने अपील की है कि सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करवांए और सावधान रहें.

covid- 19: कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है. आईएमएस बीएचयू के यूरोलॉजी ओटी में तैनात नर्सिंग आफिसर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अब तक आठ संक्रमित मिल चुके हैं. संबंधित मरीज होम आइसोलेशन में हैं. उधर, दिल्ली में कोरोना से एक मरीज की मौत हो गई. महिला पहले से बीमारी से पीड़ित थी. इससे पहले गुरुवार को आईएमएस बीएचयू में लैब टेक्नीशियन समेत दो कोरोना संक्रमित मिले थे. बीएचयू माइक्रो बायोलॉजी लैब में हुई जांच में पिछले सप्ताह इलाज के लिए बीएचयू आए तीन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वह वाराणसी के बाहर के जिले के थे. इसके अलावा अब तक पांच दिन में ही जो पांच नए मरीज मिले हैं, इसमें तीन आईएमएस बीएचयू के ही हैं.

स्वास्थ्य विभाग सतर्क, बचाव के लिए जागरूक रहने की अपील

वाराणसी के सीएमओ डॉ.संदीप चौधरी ने बताया कि जिले के अस्पतालों में कोविड जांच शुरू करवा दी गई है. इसके लिए सभी जगहों पर पर्याप्त वीटीएम सहित अन्य जरूरी उपकरण भेजवा दिए गए हैं. वाराणसी में कोरोना फिर से दस्तक दे रहा है. पिछले तीन दिनों में कोरोना से संक्रमित चार मरीज मिल चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और बचाव के लिए जागरूक रहने की अपील की जा रही है. सीएमओ ने अपील की है कि सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करवांए और सावधान रहें. सभी लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर सैनेटाइजर और मास्क का प्रयोग करने की सलाह दी गई है. देश में बढ़ते कोविड मामलों के बीच दिल्ली में कोविड-19 से संक्रमित 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि राजधानी में यह पहली मौत है.

दिल्ली सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में कोविड-19 के 294 सक्रिय मामले हैं. एक अधिकारी ने कहा कि महिला लैपरोटॉमी के बाद तीव्र आंत्र रुकावट से पीड़ित थी. दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि यहां के अस्पतालों में कोविड मरीज भर्ती हैं, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है. डॉक्टर व अस्पताल कर्मी हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सतर्क है. उधर कर्नाटक सरकार ने गाइड लाइन जारी करते हुए कहा है कि अगर बच्चों में लक्षण दिखें तो उन्हें स्कूल न भेजें. शुक्रवार देर रात जारी सर्कुलर में कहा गया है कि यदि स्कूली बच्चों में बुखार, खांसी, जुकाम और अन्य लक्षण पाए जाते हैं, तो बच्चों को स्कूल न भेजें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार उचित उपचार और देखभाल के उपाय करें.

बच्चों में लक्षण पाए जाने पर तुरंत करें सूचित

सरकार ने कहा कि लक्षण मिलने पर पूर्ण उपचार के बाद ही बच्चों को स्कूल भेजने का निर्देश दिया गया है. सरकार ने कहा है कि यदि बच्चे बुखार, खांसी, जुकाम और अन्य लक्षणों के साथ स्कूल आते हैं, तो उनके माता-पिता को सूचित करें और उन्हें घर वापस भेज दें. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि यदि ये लक्षण स्कूल के शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों में पाए जाते हैं, तो उन्हें उचित एहतियाती उपायों का पालन करने की सलाह दी जानी चाहिए. इसमें हाथ की स्वच्छता और अन्य कोविड 19 उपयुक्त व्यवहार जैसे एहतियाती उपायों का पालन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है.

ये भी पढ़ेंः COVID-19: भारत में कोरोना के नए वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 आए सामने, WHO ने लोगों से की ये अपील

You may also like

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?