केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 1.80 लाख कर्मियों वाले इस बल में 12,510 महिला कर्मी हैं. यह डेस्क दिल्ली में सीआईएसएफ मुख्यालय में स्थापित होगा.
New Delhi: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अपनी महिला कर्मियों की समस्याओं को लेकर गंभीर है. बल का मानना है कि यदि महिला कर्मियों की समस्याओं का समाधान कर दिया जाए तो वे और भी बेहतर तरीके से अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकती हैं. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने सोमवार को कहा कि वह विभिन्न रैंकों में तैनात 12,000 से अधिक महिला कर्मियों की शिकायतों के समाधान के लिए एक विशेष डेस्क स्थापित कर रहा है. यह डेस्क दिल्ली में सीआईएसएफ मुख्यालय में स्थापित होगा. यह विशेष रूप से उनकी समस्याओं और शिकायतों का समाधान करेगी और उनकी चिंताओं के प्रति अधिक प्राथमिकता वाला और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण सुनिश्चित करेगी.
बल में हैं 12,510 महिलाकर्मी
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के प्रवक्ता ने बताया कि लगभग 1.80 लाख कर्मियों वाले इस बल में 12,510 महिला कर्मी हैं, जो इसकी कुल संख्या का लगभग 8 प्रतिशत है, जिससे यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) में महिलाओं का सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व है. प्रवक्ता ने यह भी कहा कि यह पहली बार है कि कुल 16 में से चार महानिरीक्षक (आईजी) रैंक के अधिकारी महिला कैडर अधिकारियों के पास हैं.
चल रहा है खेल भर्ती अभियान
नियमों के अनुसार, आठ-आठ आईजी पद सीआईएसएफ अधिकारियों और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों के लिए आरक्षित हैं जो प्रतिनियुक्ति पर बल में शामिल होते हैं. प्रवक्ता ने कहा कि नेतृत्व में लैंगिक समानता की दिशा में यह महत्वपूर्ण बदलाव है. लैंगिक संतुलन की दिशा में अपनी पहल के हिस्से के रूप में, बल इस वर्ष एक खेल भर्ती अभियान भी चला रहा है, जिसमें 229 महिलाओं और 204 पुरुषों की भर्ती की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद सीआईएसएफ की खेल टीमों की कुल संख्या 26 से बढ़कर 60 हो जाएगी, जिसमें 31 पुरुष टीमें और 29 महिला टीमें होंगी.
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