Israel-Iran Conflict : ईरान और इजरायल युद्ध में अमेरिका की एंट्री ने पहले ज्यादा गंभीर बना दिया है. इन सब परिस्थिति को देखते हुए यूएन के जनरल सेक्रेटरी ने भी चिंता जाहिर की है.
Israel-Iran Conflict : इजरायल और ईरान संघर्ष में अमेरिका की भी एंट्री हो गई है और अब चिंता जाहिर की जा रही है कि युद्ध के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. अमेरिका ने ईरान ने तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हमला किया है. डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स अकाउंट पर लिखा कि FORDOW IS GONE इसका मतलब है कि फोर्डो अब अस्तित्व में नहीं रहा है. इससे भड़के ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया और तेल अवीव में मिसाइलों की एक पूरे खेप भेज दी. इसी कड़ी में संयुक्त राष्ट्र के जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरेस (António Guterres) ने शांति का आह्वान किया है.
कूटनीतिक ही युद्ध का समाधान
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि मैं आज ईरान के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा बल प्रयोग से बहुत चिंतित हूं. यहां पर पहले से ही गंभीर संघर्ष चल रहा था और अब इस मामले से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक सीधा खतरा बन गया है. उन्होंने आगे कहा कि इस बात का जोखिम बढ़ रहा है कि यह संघर्ष तेजी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है. साथ ही इस हमले की वजह से नागरिक, क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं. मैं सदस्य देशों से आह्वान करता हूं कि वे तनाव कम करें. साथ ही संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के अन्य नियमों के तहत अपने दायित्वों को पूरा करें. गुटेरेस ने आगे कहा कि इस खतरनाक समय में अराजकता के चक्र से बचना महत्वपूर्ण है और इसके कोई सैन्य समाधान नहीं है ऐसे में हमारे पास एकमात्र रास्ता कूटनीतिक बचा है.
USA ने UN चार्टर का उल्लंघन किया
वहीं, अमेरिकी हमले पर ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची (Seyed Abbas Araghchi) ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य USA ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करके संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और NPT का उल्लंघन किया है. आज सुबह की घटनाएं अपमानजनक हैं और इनके दीर्घकालिक परिमाण होंगे. उन्होंने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य को इस अत्यंत खतरनाक, अराजक और आपराधिक व्यवहार से चिंतित होना चाहिए. उसके अलावा अराघची ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर और इसके प्रवाधानों के अनुसार आत्मरक्षा में वैध प्रतिक्रिया की अनुमति देते हुए ईरान अपनी संप्रभुता, हित और लोगों की रक्षा के लिए सभी विकल्प सुरक्षित रखता है.
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