Aaj Ka Panchang: इस दिन की तिथि अमावस्या दोपहर 04:00 बजे तक रहेगी . इसके बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी . नक्षत्र की बात करें तो मृगशिरा नक्षत्र सुबह 10:40 बजे तक रहेगा .
Aaj Ka Panchang: 25 जून 2025, बुधवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है . यह हिंदू पंचांग के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है . यह तिथि विक्रम संवत 2082 के कालयुक्त संवत्सर में आती है . इस दिन सूर्योदय सुबह 05:25 बजे होगा . सूर्यास्त शाम 07:23 बजे होगा . चंद्रमा का उदय इस दिन नहीं होगा . चंद्रास्त शाम 07:42 बजे होगा . यह पंचांग नई दिल्ली, भारत के समय और स्थान के अनुसार तैयार किया गया है . इस दिन का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है . यह तिथि कई शुभ और अशुभ समयों के साथ विभिन्न योगों और नक्षत्रों से प्रभावित है .
इस दिन की तिथि अमावस्या दोपहर 04:00 बजे तक रहेगी . इसके बाद शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी . नक्षत्र की बात करें तो मृगशिरा नक्षत्र सुबह 10:40 बजे तक रहेगा . इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र प्रभावी होगा . योग के अंतर्गत गण्ड योग सुबह 06:00 बजे तक रहेगा . इसके बाद वृद्धि योग और फिर ध्रुव योग प्रभावी होगा . यह अगले दिन 26 जून को सुबह 02:39 बजे तक रहेगा . करण में चतुष्पाद सुबह 05:28 बजे तक रहेगा . इसके बाद नाग करण दोपहर 04:00 बजे तक रहेगा . फिर किंस्तुघ्न करण अगले दिन सुबह 02:39 बजे तक रहेगा . यह दिन बुधवार होने के कारण बुध ग्रह के प्रभाव में रहेगा .
चंद्र राशि और सूर्य राशि दोनों मिथुन में रहेंगी . सूर्य नक्षत्र आर्द्रा होगा . इसमें सूर्य नक्षत्र पद प्रथम दोपहर 06:17 बजे तक रहेगा . इसके बाद दूसरा, तीसरा और चौथा पद क्रमशः रात 09:40 बजे और अगले दिन सुबह 03:12 बजे तक प्रभावी रहेंगे . चंद्र नक्षत्र मृगशिरा का चौथा पद सुबह 10:40 बजे तक रहेगा . इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र का प्रथम, दूसरा और तीसरा पद प्रभावी होगा . यह ज्योतिषीय संयोजन इस दिन के लिए विशेष महत्व रखता है .
ऋतु की दृष्टि से, द्रिक ऋतु वर्षा होगी . वैदिक ऋतु ग्रीष्म होगी . अयन के अनुसार, द्रिक अयन दक्षिणायण रहेगा . वैदिक अयन उत्तरायण रहेगा . दिनमान 13 घंटे 57 मिनट 52 सेकंड रहेगा . रात्रिमान 10 घंटे 02 मिनट 25 सेकंड रहेगा . मध्याह्न दोपहर 12:24 बजे होगा . इस दिन का चंद्र मास पूर्णिमान्त के अनुसार आषाढ़ होगा . अमान्त के अनुसार ज्येष्ठ होगा . विक्रम संवत 2082 कालयुक्त रहेगा . शक संवत 1947 विश्वावसु रहेगा . गुजराती संवत 2081 नल रहेगा .
शुभ और अशुभ समय
इस दिन के शुभ मुहूर्त में ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:05 से 04:45 बजे तक रहेगा . प्रातः संध्या सुबह 04:25 से 05:25 बजे तक रहेगी . विजय मुहूर्त दोपहर 02:43 से 03:39 बजे तक रहेगा . गोधूलि मुहूर्त शाम 07:21 से 07:42 बजे तक रहेगा . सायाह्न संध्या शाम 07:23 से 08:23 बजे तक रहेगी . अमृत काल रात 11:34 से अगले दिन सुबह 01:02 बजे तक रहेगा . निशिता मुहूर्त रात 12:04 से 12:44 बजे तक रहेगा . सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:25 से 10:40 बजे तक रहेगा . यह शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है .
अशुभ समय में राहुकाल दोपहर 12:24 से 02:09 बजे तक रहेगा . यमगण्ड सुबह 07:10 से 08:54 बजे तक रहेगा . गुलिक काल सु बाह 10:39 से दोपहर 12:24 बजे तक रहेगा . आडल योग सुबह 05:25 से 10:40 बजे तक रहेगा . दुर्मुहूर्त सुबह 11:56 से दोपहर 12:52 बजे तक रहेगा . वर्ज्य समय शाम 06:24 से 07:53 बजे तक रहेगा . बाण के अंतर्गत मृत्यु बाण दोपहर 06:17 बजे से पूरी रात तक प्रभावी रहेगा .
आनंदादि और तमिल योग .
आनंदादि योग में अमृत योग सुबह 10:40 बजे तक रहेगा . यह शुभ माना जाता है . इसके बाद मुसल योग शुरू होगा . यह अशुभ माना जाता है . तमिल योग में भी अमृत योग सुबह 10:40 बजे तक रहेगा . इसके बाद मरण योग प्रारंभ होगा . होमाहुति केतु को सुबह 10:40 बजे तक दी जाएगी . दिशा शूल उत्तर दिशा में रहेगा . इसलिए इस दिशा में यात्रा से बचना चाहिए .
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