बारिश में अक्सर सेंट्रल दिल्ली के मिंटो ब्रिज अंडरपास पर जलभराव की समस्या देखने को मिलती है. इस समस्या के मद्देनजर अब पीडब्ल्यूडी ने एक खास प्लान बनाया है.
Minto Bridge: मिंटो ब्रिज अंडरपास पर जलभराव से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी नया स्टॉर्मवॉटर मैनेजमेंट सिस्टम लगाएगा जिसकी जानकारी अधिकारियों ने दी है. मिली जानकारी के मुताबिक, नए स्टॉर्मवॉटर मैनेजमेंट सिस्टम में रीयल-टाइम मॉनिटरिंग और तत्काल अलर्ट जारी करने की सुविधा होगी. यह सुविधा मिंटो ब्रिज अंडरपास पर जलभराव की समस्या से निपटने के लिए होगी. सेंट्रल दिल्ली में स्थित ये अंडरपास कनॉट प्लेस को दीन दयाल उपाध्याय मार्ग से जोड़ता है और लगभग हर मानसून सीजन में यहां जलभराव की समस्या देखने को मिलती है. जलभराव की समस्या से निजात के लिए कई कोशिशें भी की गई हैं लेकिन इस स्थान पर जलभराव अभी भी एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है. एक अधिकारी के अनुसार, विभाग एक तकनीकी हस्तक्षेप की योजना बना रहा है, जिसमें पंप हाउस में किसी भी तरह की खराबी या ब्रेकडाउन के मामले में अधिकारियों को तत्काल अलर्ट जारी करने की सुविधा शामिल होगी.
क्या बोले अधिकारी?
पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम साइट पर पंप हाउस की ऑनलाइन निगरानी के लिए एससीएडीए सॉफ्टवेयर स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, ताकि पंप हाउस के अंदर की गतिविधियों के बारे में वास्तविक समय की जानकारी कंट्रोल रूम को भेजी जा सके और यहां तक कि रिकॉर्ड भी की जा सके. हर साल लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मुख्यालय में एक विशेष बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करता है, जहां से अधिकारी स्थिति की निगरानी करते हैं.” उन्होंने कहा कि अधिकारियों और जलभराव स्थल के प्रभारियों के मोबाइल नंबरों पर एक गेटवे एप्लिकेशन भी इंस्टॉल किया जाएगा, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी की सूचना तुरंत मैसेज के जरिए दी जा सके. दिल्ली जल बोर्ड द्वारा इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल ज्यादातर जल उपचार संयंत्रों की स्थिति, जैसे जल स्तर और गुणवत्ता की निगरानी के लिए किया जाता है. शहर के शीर्ष 10 जलभराव वाले हॉटस्पॉट में से एक, अंडरपास इस साल भी पीडब्ल्यूडी की निगरानी सूची में है. पहले भी इस अंडरपास में कई घटनाएं हुई हैं, जहां लोग डूबे वाहनों में फंसकर डूब गए हैं. 2020 में, मानसून के मौसम में अंडरपास में एक 56 वर्षीय व्यक्ति की मिनी ट्रक के डूब जाने से मौत हो गई थी.
’15 पंप लगाए गए हैं’
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, मिंटो ब्रिज अंडरपास में बाढ़ से निपटने के लिए कुल 15 पंप लगाए गए हैं. इसके अलावा, डीजेबी ने भी इस स्थान पर चार पंप लगाए हैं. पीडब्ल्यूडी अतिरिक्त वर्षा जल को संभालने के लिए अतिरिक्त प्रावधान के रूप में 1,000 मिमी व्यास का एक नया नाला भी बना रहा है. अंडरपास में बाढ़ से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, यदि पानी का स्तर छह इंच की ऊंचाई पर है, तो यातायात और बसों को दूसरी तरफ मोड़ दिया जाना चाहिए. अधिकारियों को मानसून के मौसम के दौरान यातायात पुलिस के साथ घनिष्ठ समन्वय करने का निर्देश दिया गया है.
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