Home RegionalHimachal Pradesh हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर! दो हफ्ते में 43 लोगों की मौत और 37 लापता; सर्च ऑपरेशन जारी

हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर! दो हफ्ते में 43 लोगों की मौत और 37 लापता; सर्च ऑपरेशन जारी

by Sachin Kumar
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43 dead Himachal Pradesh Monsoon ravages 2 weeks 37 missing

Monsoon Havoc: हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अब NDRF और SDRF की टीमें लगी हुई हैं, जो लोगों को ढूंढ-ढूंढकर सुरक्षित जगहों पर ले जा रही है.

Monsoon Havoc: हिमाचल प्रदेश में पिछले महीने मानसून की शुरुआत के बाद लगातार हो रही बारिश होने और बादल फटने की वजह से बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थिति बन गई है. अभी तक राज्य में 42 लोगों की मौत हो गई है और 37 लापता बताए जा रहे हैं. 20 जून को हिमाचल मानसून ने दस्तक दी थी और अब तक 5 हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है. साथ ही 43 लोगों में से 14 लोगों की मौत बादल फटने से हुई है, आठ की अचानक बाढ़ से हुई, एक की भूस्खलन की वजह से हुई है जबकि सात लोग डूब गए. इसके अलावा अधिकारियों ने बताया कि मंडी जिले में लापता होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा 31 लोगों की तलाश यही पर जारी है.

जवानों ने 65 लोगों को भूस्खलन से बचाया

वहीं, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के जवानों ने शुक्रवार को भारी बारिश के बाद देजी, पयाला, भारद और रुकचुई गांवों में फंसे 65 लोगों को बचाया गया. आपको बताते चलें कि भारी बारिश के बाद भूस्खलन से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और नदियां उफान पर आ गई हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया और लोगों के घरों-खेतों में मलबा जमा हो गया. भूस्खलन की वजह से 150 से अधिक घर, 106 मवेशी शेड, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जबकि इन सभी आपदाओं में 164 मवेशी मारे गए हैं. बता दें कि भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अभी कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें लगभग 7 जुलाई तक भारी बारिश का आकलन किया गया है.

मंडी में दिखी भारी तबाही

हिमाचल में लगातार हो बारिश की सबसे ज्यादा मार मंडी जिले में देखने को मिली है. यहां पर अचानक बाढ़ और भूस्खलन से घर और बुनियादी ढांचा पूरी तरह तबाह हो गया है. सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं. साथ ही बिजली और पानी की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है. लोगों को बचाकर सुरक्षित जगह पर ले जाने के लिए NDRF, SDRF, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की राहत टीमें लगी हुई हैं. इसके अलावा बाढ़ की वजह से जिन गांवों का शहरों से कनेक्शन कट गया है उन लोगों तक पहुंचने के लिए सरकार हवाई मार्गों का सहारा ले रही है. साथ ही राज्य सरकार ने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कह दिया है. आपको बताते चलें कि अभी भी हिमाचल के कुछ जिलों में रुक-रुक हो रही है. वहीं, गुरुवार की शाम तक आगर में 71.4 मिमी बारिश हुई है, इसके बाद घाघस में 38.6 मिमी, सराहन में 36.4 मिमी, नगरोटा सूरियां में 31.4 मिमी, कंडाघाट में 31 मिमी, करसोग में 27.4 मिमी, मुरारी देवी में 24.4 मिमी, कांगड़ा में 22.7 मिमी और पालमपुर में 21.2 मिमी बारिश हुई है.

यह भी पढ़ें- झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के कई ठिकानों पर ED का छापा, अवैध रेत खनन से जुड़े सबूत भी जब्त

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