Israel-Iran Conflict: इस हमले ने मध्य पूर्व में पहले से ही भड़के तनाव को और बढ़ा दिया है. सूत्रों के अनुसार, अमेरिका ने इन हमलों के लिए अपने बी-2 बॉम्बर विमानों का इस्तेमाल किया
Israel-Iran Conflict: इजरायल और ईरान के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी तनावपूर्ण युद्ध में अब अमेरिका ने भी सीधी एंट्री कर ली है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार देर रात ऐलान किया कि अमेरिकी वायुसेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों – फोर्डो, नतांज और इस्फहान – पर हवाई हमले किए हैं. इन हमलों की पुष्टि खुद ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए की, जिसमें उन्होंने लिखा, “हमने इन साइट्स पर कई बम गिराए हैं. हमारे सभी लड़ाकू विमान सुरक्षित रूप से वापस लौट आए हैं. अब शांति का समय है.”
अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिका को दी चेतावनी
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी हमले की कड़ी निंदा की और चेतावनी दी कि “युद्ध आपने शुरू किया, लेकिन इसे खत्म हम करेंगे.” उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका ने ईरान पर और हमले किए, तो मध्य पूर्व में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा. ईरानी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तेहरान युद्धविराम पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन अमेरिका को पहले इजरायल की आक्रामकता को रोकना होगा.
बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया
इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया और कहा कि “ईरान के परमाणु और मिसाइल बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं.” उन्होंने ट्रंप को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. इजरायल ने दावा किया है कि ईरान 15 परमाणु बम तैयार कर रहा था, जिसके चलते यह युद्ध शुरू हुआ.
अमेरिकी हमले से पहले ट्रंप ने कई बार ईरान को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका को खामेनेई का ठिकाना पता है, लेकिन वह अभी उन्हें निशाना नहीं बनाना चाहते. ट्रंप ने यह भी कहा था कि वह युद्धविराम से बड़ा कुछ चाहते हैं, जो मध्य पूर्व में स्थायी शांति की ओर ले जाए. हालांकि, ईरान ने ट्रंप की बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग को ठुकरा दिया था.
रूस और चीन ने इजरायल और अमेरिका के हमलों की निंदा की
वैश्विक समुदाय की प्रतिक्रिया इस घटनाक्रम पर बंटी हुई है. रूस और चीन ने इजरायल और अमेरिका के हमलों की निंदा की है, जबकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपातकालीन बैठक बुलाई, लेकिन कोई ठोस फैसला नहीं हो सका. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की है.
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