Iran-Israel War: ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए. इन हमलों में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ. ईरान में 600 से अधिक लोगों की मौत की खबरें आईं.
Iran-Israel War: 12 दिनों तक चली भीषण जंग के बाद ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की घोषणा हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इस ऐतिहासिक सीजफायर का ऐलान किया. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर कहा कि दोनों देशों ने पूर्ण और अंतिम युद्धविराम पर सहमति जताई है. यह युद्धविराम मंगलवार आधी रात से प्रभावी होगा. इस घोषणा के बाद मध्य पूर्व में शांति बहाल होने की उम्मीद जगी है.
ईरान में 600 से अधिक लोगों की मौत
13 जून 2025 को शुरू हुआ यह युद्ध इजरायल के ईरान के परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले के साथ भड़का था. इजरायल ने दावा किया था कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. जवाब में ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए. इन हमलों में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ. ईरान में 600 से अधिक लोगों की मौत की खबरें आईं, जबकि इजरायल में भी कई नागरिक हताहत हुए. युद्ध के दौरान तेहरान में भारी बमबारी हुई, जिससे शहर में दहशत फैल गई.
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा?
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा, “सभी को बधाई! ईरान और इजरायल ने छह घंटे बाद युद्धविराम शुरू करने पर सहमति जताई है. 12 घंटे बाद इजरायल भी हमले बंद कर देगा. 24 घंटे बाद यह युद्ध आधिकारिक रूप से समाप्त हो जाएगा.” उन्होंने दोनों देशों की सहनशक्ति और बुद्धिमत्ता की प्रशंसा की. ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध मध्य पूर्व को तबाह कर सकता था, लेकिन अब शांति का नया अध्याय शुरू होगा.

US ने कई बार दी थी ईरान को चेतावनी
इस युद्धविराम की घोषणा से पहले ट्रंप ने कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिए थे. उन्होंने ईरान को परमाणु कार्यक्रम छोड़ने के लिए कई बार चेतावनी दी थी. साथ ही, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ भी उनकी लगातार बातचीत हुई. ट्रंप ने ईरान के हमलों की अग्रिम सूचना देने के लिए भी तेहरान को धन्यवाद दिया, जिससे हताहतों की संख्या कम हुई. हालांकि, ईरान ने कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डे पर 14 मिसाइलें दागी थीं, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
कई देशों ने की थी अमेरिकी हमले की आलोचना
इस युद्ध के दौरान कई देशों ने तनाव कम करने की अपील की थी. रूस, चीन और उत्तर कोरिया ने इजरायल और अमेरिका की आलोचना की, जबकि ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने इजरायल का समर्थन किया. कतर ने युद्ध के बीच अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था, जो अब फिर से खोल दिया गया है. इस सीजफायर को ट्रंप की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है.
रिपब्लिकन नेता माइक जॉनसन ने कहा, “यह ट्रंप की शानदार उपलब्धि है. ताकत के जरिए शांति यही होती है.” हालांकि, ईरान और इजरायल की ओर से इस घोषणा पर तत्काल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह युद्धविराम मध्य पूर्व में स्थिरता लाने में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है.
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