प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए कई मुद्दों का जिक्र किया जिसमें जलवायु परिवर्तन, लोकतंत्र और आतंकवाद भी शामिल रहा.
PM Modi in Ghana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को घाना की संसद को संबोधित किया. संसद को संबोधित करने से पहले पीएम मोदी क्वामे नक्रूमा मेमोरियल पार्क में श्रद्धांजलि देने पहुंचे. पीएम मोदी के साथ इस दौरान घाना के उपराष्ट्रपति नाना जेन ओपोकू-अग्यमांग भी मौजूद थे. क्वामे नक्रूमा मेमोरियल पार्क घाना के प्रमुख नेता ओसागयेफो डॉ. क्वामे नक्रूमा को डेडिकेटेड है.
घाना की संसद में क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए कहा, “मैं घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करके बहुत ही सम्मानित महसूस कर रहा हूं. घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना को प्रसारित करती है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रतिनिधि के रूप में, मैं अपने साथ 140 करोड़ भारतीयों की सद्भावना और शुभकामनाएं लेकर आया हूं. घाना को सोने की भूमि के रूप में जाना जाता है, न केवल आपकी धरती के नीचे छिपी हुई चीजों के लिए बल्कि आपके दिल में मौजूद गर्मजोशी और ताकत के लिए भी. कल शाम का अनुभव बहुत ही मार्मिक था, मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति जॉन महामा से राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करना सम्मान की बात है. भारत के 140 करोड़ लोगों की ओर से मैं इस सम्मान के लिए घाना के लोगों को धन्यवाद देता हूं. आज मुझे दूरदर्शी राजनेता तथा घाना के प्रिय पुत्र डॉ. क्वामे नक्रूमा को श्रद्धांजलि अर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. उन्होंने एक बार कहा था कि हमें एकजुट करने वाली ताकतें हमें अलग रखने वाले आरोपित प्रभावों से कहीं अधिक बड़ी हैं. उनके शब्द हमारी साझा यात्रा का मार्गदर्शन करते रहेंगे.”
किन समस्याओं का किया जिक्र?
पीएम मोदी ने घाना की संसद में भारत के लोकतंत्र की जमकर तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा, भारत लोकतंत्र की जननी है. हमारे लिए लोकतंत्र एक व्यवस्था नहीं है; बल्कि संस्कार है. भारत में 2,500 से ज्यादा राजनीतिक दल हैं, 20 अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग राज्यों पर शासन करती हैं, 22 आधिकारिक भाषाएं हैं, हजारों बोलियां हैं. यही वजह है कि भारत आने वाले लोगों का हमेशा खुले दिल से स्वागत किया जाता है. भारत की सोच है कि मानवता सबसे पहले है. भारत आज चांद तक पहुंच चुका है और सबके भले की बात करता है. लोकतंत्र हमारे मौलिक अधिकारों में शामिल है. भारत सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. दुनिया जलवायु परिवर्तन, महामारी, आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसे नए और जटिल संकटों का भी सामना कर रही है. पिछली सदी में बनाए गए संस्थान जवाब देने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बदलती परिस्थितियों में वैश्विक शासन में विश्वसनीय और प्रभावी सुधारों की आवश्यकता है. हमें गर्व है कि अफ्रीकी संघ हमारी अध्यक्षता के दौरान जी20 का स्थायी सदस्य बना.”
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