मुंबई में मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों का प्रकोप जारी है. प्रशासन ने लोगों से पूरी सावधानी बरतने की अपील की है.
Mumbai: मुंबई में भारी बारिश से मचे हाहाकार के बीच अब नया खतरा पैदा हो गया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, मुंबई नगर निकाय ने जो जानकारी दी है वो हैरान करने वाली है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, मुंबई नगर निकाय ने मंगलवार को कहा कि इस कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही के दौरान मुंबई में मलेरिया, गैस्ट्रोएंटेराइटिस, चिकनगुनिया और डेंगू के मामलों में 2024 की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि देखी गई है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने अपनी रिपोर्ट ‘मानसून से संबंधित रोग’ में कहा कि जहां अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है वहीं रिपोर्टिंग पीरियड के दौरान मुंबई में leptospirosis और कोविड-19 मामलों में कमी आई है.
दी गई है ये अहम जानकारी
मिली जानकारी के मुताबिक, मुंबई में जनवरी-जून 2025 के दौरान मलेरिया के 2,857, गैस्ट्रो के 4,513, चिकनगुनिया के 136 और डेंगू के 452 मामले सामने आए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में क्रमशः 2,055, 4,200, 21 और 431 मामले सामने आए थे. रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय राजधानी में 2025 के पहले छह महीनों के दौरान लेप्टो के 101 और कोविड-19 के 992 मामले देखे गए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में क्रमशः 140 और 1,392 संक्रमण के मामले थे. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, “इस साल मई से बारिश की शुरुआत ने वेक्टर-जनित और जल-जनित बीमारियों के लिए अनुकूल वातावरण बनाया, जिससे 2024 की तुलना में 2025 में मलेरिया और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मामलों में वृद्धि देखी गई.”
BMC के सैंपल्स से हुआ खुलासा
मई और जून में, बीएमसी ने 3,033 निर्माण स्थलों का इन्स्पेक्शन किया और 50,085 ब्लड के सैंपल्स लिए. मई और जून के दौरान एकत्र किए गए नमूनों में से, शहर के नागरिक निकाय ने मलेरिया के 30 मामले पाए और रोगियों को नेसेसरी मेडिकल ट्रीटमेंट प्रदान किया गया. इस संबंध में बीएमसी ने कहा कि उसने मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया सहित वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए एक सलाह जारी की है. इसने नागरिकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि उनके घरों में या उनके आस-पास और इमारतों के आस-पास कोई स्थिर पानी न हो और पुराने टायर, पानी की टंकियां आदि जैसी चीजें इकट्ठा करने से बचें, जिनमें पानी जमा हो सकता है. नागरिक निकाय ने नागरिकों को उचित खांसी शिष्टाचार का पालन करने और साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोने की सलाह दी. वहीं लोगों से तबीयत बिगड़ने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाने की बात भी कही गई है.
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