इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने शुभमन गिल की आलोचना करते हुए कहा कि उनमें विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसा ऑरा देखने को नहीं मिला.
Naseer Hussain Slams Shubman Gill: लीड्स टेस्ट में मिली हार के बाद ही टीम इंडिया के नए कप्तान शुभमन गिल को आलोचनाओं को सामना करना पड़ रहा है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि सीरीज के पहले टेस्ट मैच में शुभमन गिल में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसा ऑरा नहीं दिखाई दिया. बता दें कि टीम इंडिया ने अपने पांच बल्लेबाजों के शतक लगाने के बावजूद पहला टेस्ट गंवा दिया. इंग्लैंड ने चौथी पारी में 371 रनों का पीछा करते हुए पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली. नासिर हुसैन ने कहा कि रोहित शर्मा के बाद कप्तान के रूप में अपने पहले टेस्ट में गिल के लिए यह कड़ी चुनौती थी और एक लीडर के रूप में वो सक्रिय होने के बावजूद प्रतिक्रियात्मक थे.
क्या बोले नासिर हुसैन?
स्काई स्पोर्ट्स पर नासिर हुसैन ने कहा, “मैंने देखा कि कोई अपना रास्ता खोज रहा है. गिल के पास रोहित और विराट कोहली जैसा ऑन-फील्ड ऑरा नहीं था. मुझे लगा कि वह गेंद का बहुत पीछा करता था और सक्रिय होने के बजाय प्रतिक्रियात्मक था. जब रोहित और कोहली कप्तानी करते थे, तो आप नीचे देखते थे और आपको तुरंत पता चल जाता था कि कौन प्रभारी है, लेकिन जब मैंने इस खेल में नीचे देखा तो मैंने दो या तीन कप्तान देखे, कमेटी द्वारा कप्तानी की गई. भारत दो चीजों के कारण मैच हार गया, जो गिल नियंत्रित नहीं कर सके- कैच छोड़ना और बल्लेबाजी का पतन. यह पतन मुझे चिंतित करता है. भारत के पास शानदार स्पिन-गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं – रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल – लेकिन इंग्लैंड में वे अभी भी एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश कर रहे हैं जो बल्लेबाजी कर सके.”
रवि शास्त्री ने किया गिल को सपोर्ट
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने शुभमन गिल का सपोर्ट किया. रवि शास्त्री ने कहा, “गिल से जितना अपेक्षित था, उससे कहीं अधिक उन्होंने किया है. कोचिंग स्टाफ के लिए सकारात्मक चीजों को लेना एक बड़ी भूमिका है. कप्तान के तौर पर गिल ने जितना उनसे उम्मीद की जा सकती थी, उससे कहीं ज्यादा किया है. उन्होंने अपने पहले टेस्ट में शतक बनाया और कैच छोड़ना उनके नियंत्रण में नहीं है. उन्हें सीखना होगा और उन्हें अपने विकेट पर ज्यादा दबाव डालने की जरूरत है. स्ट्राइक बॉलर जसप्रीत बुमराह को 2 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में खेलना चाहिए. अगर वह आराम के बारे में सोच रहे थे तो आपको दो बार सोचना पड़ सकता है. अगर आप उसे नहीं खेल पाते और फिर 2-0 से पिछड़ जाते हैं तो यह एक कठिन काम हो सकता है.
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