अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं. अधिकारियों ने कहा कि सभी व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी हैं.
Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ही सुरक्षा बहस का मुद्दा बनी हुई थी. पहलगाम हमले के बाद ही अमरनाथ यात्रा पर भी संकटों के बादल मंडराए हुए थे. अमराथ यात्रियों के मनों में भी डर का माहौल था कि कही कोई अप्रिय घटना ना हो जाए. हालांकि, अब अमरनाथ यात्रा पर जाने श्रद्धालुओं के लिए राहत की खबर सामने आई है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के सांबा में आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए मंगलवार को बहु-स्तरीय सुरक्षा तैनाती सहित सभी व्यवस्थाएं पूरी हो चुकी हैं.
क्या बोले अधिकारी?
अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के संबंध में सांबा के डिप्टी कमिश्नर राजेश शर्मा की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया गया, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) वीरेंद्र सिंह मन्हास भी शामिल हुए, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बिना किसी परेशानी के और सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित की जा सके. दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर की 38 दिवसीय यात्रा 3 जुलाई को कश्मीर घाटी में पहलगाम और बालटाल के जुड़वां मार्गों से शुरू होने वाली है. डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि सांबा जिला प्रशासन ने व्यापक बुनियादी ढांचे के उन्नत संचार प्रणालियों को स्थापित करके तीर्थयात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी है.
क्या-क्या तैयारियां की गईं?
डिप्टी कमिश्नर ने कहा, “जिले के सभी लॉजमेंट सेंटरों में सार्वजनिक संबोधन प्रणाली और स्पीकर लगाए गए हैं, ताकि वास्तविक समय की घोषणाएं और आपातकालीन सलाह दी जा सके, जबकि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि तीर्थयात्रियों को कट-ऑफ टाइमिंग और सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में समय पर अपडेट मिले.”
SSP ने बेहद संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने और लंगर स्थलों के आसपास रणनीतिक सुरक्षा स्थिति के साथ निगरानी तंत्र की विशेषता वाली एक मजबूत बहु-स्तरीय सुरक्षा तैनाती रणनीति की रूपरेखा तैयार की. यह व्यापक निगरानी प्रणाली तीर्थयात्रियों की उनकी पवित्र यात्रा के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. बैठक में बताया गया कि योग्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती और सभी रणनीतिक स्थानों पर आवश्यक चिकित्सा उपकरणों से लैस एम्बुलेंस की स्थिति के साथ चिकित्सा और आपातकालीन तैयारियों को सर्वोच्च महत्व दिया गया है. अधिकारी ने कहा कि अग्निशमन और आपातकालीन सेवा विभाग को सभी लंगर और लॉजिंग सुविधाओं में अग्निशामक यंत्रों और सीसीटीवी निगरानी की रणनीतिक नियुक्ति के साथ अनिवार्य मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता सुनिश्चित हो सके.
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